Maruti Suzuki Carmaker Expects Chip Shortage to Continue for Few More Quarters: कार बनाने वाली देश की दिग्गज कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India – MSI) के प्रोडक्शन पर सेमीकंडक्टर की कमी भारी पड़ रही है. कंपनी का मानना है कि सेमीकंडक्टर की किल्लत अगली कुछ तिमाहियों तक बनी रह सकती है जिससे कुछ खास मॉडलों की आपूर्ति में विलंब और बढ़ जाएगा. मारुति सुजुकी के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (सेल्स एंड मार्केटिंग) शशांक श्रीवास्तव ने बताया कि सेमीकंडक्टर की कमी अब भी एक समस्या बनी हुई है.
मारुति सुजुकी के 3.69 लाख गाड़ियों की डिलीवरी अटकी
शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि पिछली तिमाही में सेमीकंडक्टर की वजह से 46,000 इकाइयों का नुकसान उठाना पड़ा था. इस तिमाही में भी कुछ मॉडलों के लिए यह समस्या बनी हुई है. मारुति सुजुकी के पास 3.69 लाख गाड़ियों की बुकिंग लंबित है जिसमें अकेले एर्टिगा मॉडल की ही 94,000 इकाइयों की बुकिंग है. इसके अलावा ग्रांड विटारा और ब्रेजा जैसे लोकप्रिय मॉडलों की भी क्रमशः 37,000 और 61,500 से अधिक बुकिंग हैं.
FY 23 में पैसेंजर व्हीकल की बिक्री में वृद्धि की उम्मीद : शशांक श्रीवास्तव
आधुनिक दौर के वाहनों में सेमीकंडक्टर चिपों का इस्तेमाल प्रमुखता से होता है. ऐसे में इन चिपों की उपलब्धता सुगम न होने से गाड़ियों की आपूर्ति भी नहीं हो पाती है. पिछले 3 सालों से सेमीकंडक्टर की उपलब्धता एक समस्या बनी हुई है. मारुति सुजुकी को सेमीकंडक्टर नहीं मिल पाने की समस्या आगे भी बने रहने की आशंका सता रही है. कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने कहा कि यह अनुमान लगा पाना काफी मुश्किल है कि हालात कब सामान्य हो पाएंगी. इसकी वजह यह है कि अभी ऐसा कुछ नजर नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि देश के यात्री वाहन बाजार में SUV 42.6 फीसदी हिस्सेदारी के साथ अग्रणी भूमिका में आ चुकी है. उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक पैसेंजर व्हीकल की बिक्री का आंकड़ा 38.8 लाख तक जा सकता है जो अब तक का रिकॉर्ड होगा. पिछले वित्त वर्ष में 30.7 लाख यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी.
(इनपुट : भाषा)