
Driving Tips: वैसे तो कार ड्राइविंग कोई रॉकेट साइंस नहीं है लेकिन जब हाथ पहली बार स्टीयरिंग संभाल रहे हों तो सब कुछ थोड़ा मुश्किल ही लगता है. साथ में थोड़ा डर भी लगता है कि क्या हम अच्छे से ड्राइविंग कर सकेंगे. ऐसे में जरूरत है कुछ बेसिक टिप्स याद रखने की. अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो नौसिखिया ड्राइवर भी एक्सपीरियंस ड्राइवर की तरह कार चला सकता है. आइए आपको बताते हैं ऐसे ही कुछ टिप्स के बारे में-
क्लच पेडल पर हमेशा न रखें पैर
कार ड्राइवर को हमेशा स्पीड लिमिट बरकरार रखनी चाहिए और अचानक कार तेज करने और रोकने से बचना चाहिए. क्लच पेडल पर हमेशा पैर नहीं रखे रहना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से क्लच प्लेट्स वक्त से पहले खराब हो सकते हैं. साथ ही अगर कार स्पीड में हो तो क्लच का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
कार मोड़ते समय दें ध्यान

कार मोड़ते समय अक्सर आपको बिजली का खंबा, कोई पोल या पेड़ सड़क के किनारे मिलता है. जो बिल्कुल कोने पर 90 डिग्री टर्म पर रहता है. अगर कार को बिना टकराए या रगड़ाए मोड़ना है तो हमेशा कार को पोल या पेड़ से थोड़ी दूर से ही टर्न करें. यही टिप मॉल ऑफिस पार्किंग या ऐसी किसी भी जगह जहां पिलर हों, वहां काम आता है.
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आगे वाली गाड़ी से गैप कैसे कैसे तय करें
अपनी कार से आगे चल रही गाड़ी से सही दूरी बनाए रखना बेहद जरूरी है. यह पता करना मुश्किल होता है कि सही दूरी कितनी है. इसका हल है कि जब कोई कार एक सुरक्षित दूरी पर आपसे आगे है तो आपको सड़क पर बनी हुई स्ट्रीप यानी व्हाइट पट्टियों को देखना चाहिए. सड़क की स्ट्रीप को अपनी कार और आगे वाली गाड़ी के बीच में देखें.
जब आपके आगे वाली कार रुकी हो या स्लो चल रही हो तो सुनिश्चित करें कि आपकी कार और आगे वाली कार के बीच मौजूद सड़क की स्ट्रीप हर वक्त दिखती रहे. इससे आप दोनों के बीच का अंतर समझ जाएंगे. अगर स्ट्रीप नहीं दिखती है तो समझ लें कि आपको ब्रेक लगानी है.
यूज करें इनर रियर व्यू और विंग मिरर

कार चलाने में नए ज्यादातर लोग आगे सड़क पर ज्यादा फोकस करते हैं और अगल-बगल आ रही गाड़ियों को देखना भूल जाते हैं. ऐसे में अचानक साइड से आने वाली गाड़ी से सीखने वाले का ध्यान भटक जाता है. इससे बचने के लिए जरूरी है कि इनर रियर व्यू मिरर और विंग मिरर का प्रॉपर्ली इस्तेमाल किया जाए.
रिवर्स करते वक्त भी दें ध्यान
कार को रिवर्स करते वक्त पीछे देखने या सिर को बाहर निकालने की बजाय मिरर्स का इस्तेमाल करना सीखना चाहिए. हालांकि, जहां बेहद नजदीकी मामला हो और आपके मन में कोई शक हो तो शीशा नीचा कर यह देखने में कोई बुराई नहीं है कि कोई चीज कितनी दूर है.
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सही ढंग से बैठना भी रखता है मायने
सही सीटिंग पोजिशन बेहद जरूरी है. कई एक्सपीरियंस ड्राइवर्स भी सही ढंग से नहीं बैठते हैं और कम्फर्ट और कंट्रोल कम रहने की वजह से दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. ड्राइविंग करते वक्त हमेशा कमर सीधी रहे, इस तरह बैठें. साथ ही आपकी पोजिशन ऐसी होनी चाहिए कि आप सभी जगह आसानी और आराम से देख सकें.