SIAM Says Two-wheeler, Three-wheeler and Passenger-Vehicle Export Decline in February 2023: भारत से टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और पैसेंजर व्हीकल का निर्यात यानी एक्सपोर्ट फरवरी महीने में 35 फीसदी घट गया है. इसकी मुख्य वजह गंतव्य देशों खासकर अफ्रीकन महाद्वीप में अमेरिकी डॉलर की तुलना में स्थानीय करेंसी में कमजोरी आना है. सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के हवाले से यह जानकारी मिली है.
स्कूटर के एक्सपोर्ट में हुआ इजाफा: SIAM
इंडस्ट्री ऑर्गेनाइजेशन सियाम (SIAM) के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की तुलना में टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और पैसेंजर व्हीकल का एक्सपोर्ट घटकर 3,01,561 रह गया जो फरवरी 2022 में 4,63,025 था. इन आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2022 में 3,75,689 टू-व्हीलर का एक्सपोर्ट हुआ था जो इस वर्ष फरवरी में 37 फीसदी घटकर 2,35,087 रह गया. विदेशों में बाइक का निर्यात 2,01,097 रहा है जो पिछले साल समान अवधि में 3,49,221 था. हालांकि पिछले साल के मुकाबले इस बार स्कूटर के निर्यात बढ़त दर्ज की गई है. फरवरी 2022 में 24,830 स्कूटर का निर्यात हुआ था उसकी तुलना में इस साल फरवरी में स्कूटर निर्यात बढ़कर 33,378 पर पहुंच गया. थ्री व्हीलर के निर्यात में भी कमी हुई है. थ्री-व्हीलर निर्यात फरवरी 2022 में 35,997 यूनिट की तुलना में 45 फीसदी गिरकर 19,640 इकाई रह गया. पैसेंजर व्हीकल का कुल एक्सपोर्ट 9 फीसदी गिरकर 46,486 रह गया है जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 51,213 था. पैसेंजर कारों का निर्यात 25,207 रहा जो फरवरी 2022 में 33,515 था.
वाहन एक्सपोर्ट घटने की ये है वजह
सियाम के महानिदेशक राजेश मेनन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि बीते कुछ महीनों से टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और पैसेंजर व्हीकल के निर्यात में गिरावट देखने को मिल रही है क्योंकि कई स्थानों विशेषकर अफ्रीका और अन्य विकासशील देशों की करेंसी में अवमूल्यन यानी डिवैल्यूएशन यानी कमजोर हुआ है. उन्होंने बताया कि दरअसल ये देश फॉरेन रिजर्व की उपलब्धता को लेकर परेशानियों का सामना कर रहे हैं जिससे वाहनों की बिक्री सीमित हो रही है और देश जरूरी वस्तुओं के आयात यानी इंपोर्ट पर अधिक ध्यान दे रहे हैं. हालांकि इन बाजारों में ग्राहकों की ओर से वाहनों की मांग बनी हुई है.