Auto Sector Outlook: घरेलू ऑटो सेक्टर में पिछली कुछ तिमाही से ग्रोथ मोमेंटम बना हुआ है. बीते एक साल के दौरान निफ्टी पर ऑटो इंडेक्स में 26 फीसदी तेजी आई है, वहीं इस साल भी अबतक इंडेक्स 10 फीसदी मजबूत हुआ है. यह दूसरे इंडेक्स की तुलना में बेहतर ग्रोथ है. हालांकि पिछली कुछ तिमाही के पहले करीब 5 साल तक यह सेक्टर अंडरपरफॉर्मर रहा है. जिसके पीछे बीएस4 से बीएस6 में ट्रांसफॉर्मेशन, मंदी, कुछ रेगुलेटरी बदलाव और कोविड महामारी के चलते सप्लाई चेन में रुकावट प्रमुख वजह रहे हैं. क्या लंबे समय बाद ऑटो सेक्टर में जो मोमेंटम बना है, वह आगे जारी रहने वाला है. किन शेयरों में पैसा लगाने पर ज्यादा फायदा हो सकता है. इस बारे में ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने एक रिपोर्ट जारी की है.
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दूसरे सेक्टर के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन
बीते 1 साल में ऑटो इंडेक्स में 26 फीसदी की तेजी आई है, जबकि इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में 14.5 फीसदी और 14 फीसदी ग्रोथ रही है. आईटी इंडेक्स 2 फीसदी टूटा है तो बैंक इंडेक्स में 22 फीसदी ग्रोथ रही है. मेटल में 10 फीसदी तो कंज्यूमर ड्येरेबल्स में 8 फसदी ग्रोथ रही. आयल एंड गैस, पावर, एनर्जी और यूटिलिटीज इंडेक्स भी लाल निशान में हैं. मिडकैप और स्मालकैप इंडेक्स 1 साल में 21 फीसदी और 18 फीसदी मजबूत हुए हैं.
कैसी रहेगी ग्रोथ की स्पीड
- ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि ऑटो सेक्टर की बात करें तो पिछली कुछ तिमाहियों को छोड़ दें तो पिछले 5 साल लगातार विपरीत परिस्थितियों के चलते अंडरपरफॉर्मर रहा है. जिसका वॉल्यूम और मार्जिन पर गंभीर असर पड़ा है. हालांकि, पिछली कुछ तिमाहियों में वॉल्यूम और मार्जिन में सुधार से सेक्टर के आउटपरफॉर्मेंस को बढ़ावा मिला है. ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि हम उम्मीद करते हैं कि रिकवरी सभी सेगमेंट में बनी रहेगी, हालांकि ग्रोथ की गति ऑटो OEM और ऑटो कंपोनेंट्स के सेगमेंट में अलग होगी.
- 2Ws की बात करें तो लो बेस पर डिमांड रिकवरी जारी है. ब्रोकरेज हाउस को इस सेगमेंट में FY23-25 के दौरान वॉल्यूम में 9% CAGR ग्रोथ की उम्मीद है. हालांकि, इलेक्ट्रिफिकेशन में बढ़ोतरी और इसके परिणामस्वरूप बदलते प्रतिस्पर्धी माहौल इन्कम्बेंट के लिए प्रमुख स्ट्रक्चरल रिस्क हैं.
- वित्त वर्ष 2021-23 में 21% CAGR देखने के बाद पैसेंजर व्हीकल्स यानी पीवी की ग्रोथ 6.5% CAGR से नॉर्मल रहने की उम्मीद है. ब्रोकरेज ने रीजनेबल इंडस्ट्री ग्रोथ के साथ, हम मजबूत प्रोडक्ट लाइफसाइकिल और मिक्स इंप्रूवमेंट वाले OEMs को प्राथमिकता की बात कही है.
- कमर्शियल व्हीकल यानी CVs अभी शुरुआती पीक साइकिल में हैं, लेकिन अगले 2 साल में रेगुलर रीजनेबल ग्रोथ और मार्जिन विस्तार के साथ अर्निंग के मामले मे की ड्राइवर साबित हो सकता है.
- ट्रैक्टर सेगमेंट की बात करें तो वॉल्यूम पीक पर है. कमजोर मॉनसून वित्त वर्ष 2024 के वॉल्यूम के लिए जोखिम बढ़ा सकता है. हालांकि, एग्रीकल्चर में संरचनात्मक परिवर्तन और हाई रिजर्वायर लेवल वॉल्यूम में गिरावट के जोखिम को कम कर रहे हैं. ब्रोकरेज का कहना है कि हम इस सेगमेंट पर अंडरवेट हैं.
- ऑटो कंपोनेंट्स में, ब्रोकरेज को रीजनेबल वैल्युएशन वाली कंपनियां पसंद करते हैं, जो a) एड्रेसेबल मार्केट में विस्तार की गुंजाइश रखती है, b) मौजूदा प्रोडक्ट में कंटेन्ट में बढ़ोतरी, c) मार्केट लीडिंग पोजिशन और d) इलेक्ट्रिफिकेशन की पेशकश करती हैं.
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ब्रोकरेज की टॉप पिक्स
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने अपनी टॉप पिक्स में OEM सेगमेंट के अंदर टाटा मोटर्स और अशोक लेलैंड को शामिल किया है. जबकि ऑटो कंपोनेंट में Bharat Forge, Motherson Sumi Wiring India और Samvardhana Motherson International को शामिल किया है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)