विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने जून में अबतक भारतीय बाजारों में शुद्ध रूप से 13,667 करोड़ रुपये डाले हैं. भारतीय बाजार विदेशी निवेशकों के लिए आकर्षक बने हुए हैं. हालांकि, इस हफ्ते एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजारों से निकासी की. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने 1 से 18 जून के दौरान शेयरों में 15,312 करोड़ रुपये डाले. इस दौरान उन्होंने ऋण या बाॉन्ड बाजार से 1,645 करोड़ रुपये की निकासी की. इस तरह उनका शुद्ध निवेश 13,667 करोड़ रुपये रहा.
इससे पहले एफपीआई ने मई में 2,666 करोड़ रुपये और अप्रैल में 9,435 करोड़ रुपये की निकासी की थी.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स ?
ग्रो के सह-संस्थापक हर्ष जैन ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने संकेत दिया है कि वह 2023 से ब्याज दरों में बढ़ोतरी शुरू करेगा. इससे वैश्विक स्तर पर बिकवाली का सिलसिला चला. इसी वजह से भारतीय शेयरों से भी कुछ निकासी देखने को मिली.
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि रुपये में गिरावट की वजह से आईटी शेयरों में बढ़ी हुई लिवाली देखने को मिल रही है.
मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में पूर्व में लगाए गए अनुमान से कहीं जल्दी बढ़ोतरी का संकेत दिया है. इससे भारतीय बॉन्ड बाजार में प्रवाह बुरी तरह प्रभावित हुआ है.