Patanjali Foods Says Not Considering Follow-on Public Offer Or FPO to Increase Public Shareholding: पतंजलि फूड्स लिमिटेड (Patanjali Foods Ltd) ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि वह पब्लिक शेयरहोल्डिंग बढ़ाने के लिए फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) नहीं लाएगी. कंपनी ने कहा है कि इसके बजाय वह ऑफर फॉर सेल (OFS) और पात्र इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट जैसे विकल्पों पर विचार करेगी. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बीएसई (BSE) ने बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि ग्रुप की कंपनी पंतजलि फूड्स के प्रमोटर्स के शेयर जब्त किए हैं. यह कंपनी एडिबल ऑयल प्लेयर के रुप में काम करती है.
रामदेव ने कहा- कंपनी के परफार्मेंस पर नहीं पड़ेगा असर
पतंजलि फूड्स लिमिटेड ने शेयर बाजारों को भेजी रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा कि कंपनी मिनिमम पब्लिक शेयरहोल्डिंग हासिल करने के लिए एक और एफपीओ पर विचार नहीं कर रही है. बाबा रामदेव ने गुरूवार को पीटीआई-भाषा से एक बातचीत में अपने निवेशकों और पब्लिक शेयरहोल्डर्स को आश्वासन दिया कि पतंजलि फूड्स के ऑपरेशन और फाइनेंशियल परफार्मेंस पर कोई असर नहीं पड़ेगा और इसकी विकास गति बरकरार रहेगी. उन्होंने कहा कि निवेशकों के लिए चिंता करने की कोई बात नहीं है.
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अगले महीने पतंजलि फूड्स FPO लाने की कर सकती है तैयारी
पतंजलि ग्रुप के मालिक बाबा रामदेव के मुताबिक मार्केट रेगुलेटर सेबी की गाइडलाइन के अनुसार प्रमोटर्स के शेयरों पर पहले से ही लिस्टिंग होने की तारीख से एक साल यानी 8 अप्रैल 2023 तक लेन-देन पर रोक है. ऐसे में शेयर बाजारों के इस कदम का पतंजलि फूड्स लिमिटेड के कामकाज पर प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि पतंजलि ग्रुप अपनी कंपनी पतंजलि फूड्स लिमिटेड का ऑपरेशन बेहतर तरीके से कर रहा है और कारोबार विस्तार, वितरण, लाभ तथा प्रदर्शन समेत सभी चीजों पर ध्यान दे रहा है. एफपीओ के बारे में रामदेव ने कहा कि हम करीब 6 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर स्टेक ला रहे हैं. इसको लेकर कोई सवाल नहीं है. देरी का कारण बाजार स्थिति का अनुकूल नहीं होना है. समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम एफपीओ के लिए प्रक्रिया अप्रैल में शुरू करेंगे.