SBI CMP & Target Price: दुनियाभर में ग्लोबल बैंकिंग क्राइसिस की चर्चा जोर शोर से चल रही है. अमेरिका में 2 बैंकों के डूबने व एक बैंक के संकट में फंसे होने, और यूरोप में क्रेडिट सूइस संकट के चलते बैंकिंग सेक्टर में लिक्विडिटी क्राइसिस जैसी स्थिति हो गई है. इस बीच निवेशकों में बैंकिंग स्टॉक्स को लेकर कनफ्यूजन बन रहा है. हालांकि जानकारों का मानना है कि बेहतर गवर्नेंस के चलते भारतीय बैंकिंग सिस्टम पर खतरा नहीं है. इसमें भी देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक SBI सबसे मजबूत पोजिशन में है. बैंक का ओवरआल प्रदर्शन बेहतर है और आने वाले दिनों में शेयर 39 से 40 फीसदी का हाई रिटर्न दे सकता है.
ग्लोबल बैंकिंग क्राइसिस का असर नहीं
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि जहां ग्लोबल बैंकिंग सिस्टम को लिक्विडिटी संकट के चलते क्राइसिस का सामना करना पड़ रहा है, वहीं भारतीय बैंकिंग सेक्टर के लिए कोई चिंता फिलहाल नहीं दिख रही है. भारतीय बैंकों को आरबीआई द्वारा गवर्न किया जाता है और यहां गवर्नेंस मजबूत है. इसमें भी SBI काफी मजबूत स्थिति में है और आगे इस मजबूत प्रदर्शन के रास्ते में कोई बड़ी चुनौती नहीं दिख रही है.
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SBI: शेयर के लिए 725 रुपये का टारगेट
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक SBI द्वारा मजबूत प्रदर्शन करना जारी है और इसे लोन ग्रोथ, मार्जिन विस्तार और कम प्रोविजंस से मदद मिली है. इसके ट्रेजरी प्रदर्शन में सुधार (जिसने अन्य आय को सपोर्ट मिल रहा है) और कंट्रोल ओपेक्स के कारण कोर PPOP में हेल्दी ग्रोथ रही है. फ्लोटिंग लोन का एक हाई मिक्स नेट इंटरेस्ट इनकम और अर्निंग को सपोर्ट करना जारी रखेगा, भले ही जमा की लागत में कुछ बढ़ोतरी देखी जा सकती है. एसेट क्वालिटी भ्ज्ञी मजबूत है और एसेट क्वालिटी रेश्यो में लगातार सुधार हो रहा है. रीस्टक्चड्र बुक 0.9% है जो कंट्रोल में है. ब्रोकरेज का अनुमान है कि बैंक वित्त वर्ष 2025 तक 1.0%/17.2% का आरओए/आरओई प्रदान करेगा. ब्रोकरेज ने SBI के मजबूत फंडामेंटल को देखते हुए शेयर के लिए 725 रुपये का बड़ा टारगेट फिक्स किया है. करंट प्राइस 420 रुपये के लिहाज से इसमें 40 फीसदी रिटर्न मिल सकता है. ब्रोकरेज ने इसे बैंकिंग सेक्टर में अपना टॉप पिक्स बताया है.
YONO का यूजर बेस 6 करोड़ के पार
ब्रोकरेज के अनुसार बैंक के लिए लोन ग्रोथ मजबूत है और कॉरपोरेट सेग्मेंट में भी रिकवरी देखी जा रही है. मैन्युफैक्चरिंग, एक्सपोर्ट, रीन्यूबल्स, बैटरीज और ईवी सेग्मेंट की ग्रोथ एरिया साबित हो सकते हैं. एग्री स्टार्टअप्स के चलते रूरल सेक्टर में भी खासा सुधार देखने को मिल रहा है. मार्जिन का एक्सपेंशन है और क्रेडिट कास्ट भी पूरी तरह से कंट्रोल नजर आ रहा है. YONO का यूजर बेस 6 करोड़ पार कर चुका है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)