Stock Market FY23: फाइनेंशियल ईयर 2023 अब खत्म होने में महज कुछ घंटे ही बचे हैं. यह साल शेयर बाजार के लिए उतार चढ़ाव भरा रहा है. ग्लोबल और डोमेस्टिक लेवल पर ऐसे कई फैक्टर रहे, जिन्होंने बाजार पर दबाव बढ़ाया. जिसके चलते 1 अप्रैल 2022 से 29 मार्च 2023 के बीच सेंसेक्स और निफ्टी दोनों इंडेक्स कमजोर हुए हैं. मिडकैप और स्मालकैप सेग्मेंट में भी कमजोरी आई है. बाजार की इस गिरावट में निवेशकों की दौलत में करीब 11 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है. हालांकि इस दौरान कुछ शेयरों में जोरदार तेजी भी रही और निवेशकों को 5 गुना तक रिटर्न मिला. जानते हैं वित्त वर्ष 2023 का पूरा लेखा जोखा.
निवेशकों के डूबे 11 लाख करोड़
बाजार के इस गिरावट में निवेशकों के करीब 11 लाख करोड़ रुपये डूब गए. 31 मार्च 2022 को बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 2,64,06,501.38 करोड़ रुपये था. जबकि 29 मार्च 2023 को यह घटकर 2,53,15,289.45 करोड़ रुपये रह गया.
बाजार में दबाव के पीछे कारण
साल 2022 में जिन वजहों से बाजार पर दबाव बना, उनमें ग्लोबल लेवल पर महंगाई का पीक पर पहुंच जाना प्रमुख है. यूएस में एक समय में महंगाई 40 सालों के पीक पर पहुंच गई तो यूरोप ने भी हाई इनफ्लेशन का सामना किया. घरेलू लेवल पर भी महंगाई 6 से 7 फीसदी की रेंज में बनी रही. इससे मजबूत होकर सेंट्रल बैंकों को ब्याज दरों में एग्रेसिव तरीके से बढ़ोतरी करनी पड़ी. जिसके चलते ग्लोबल मंदी का डर बना रहा. इसके अलावा रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध ने भी दुनियाभर में सप्लाई चेन बिगाड़ दी. कमोडिटी की कीमतें आसमान पर पहुंच गई. जियो पॉलिटिकल टेंशन पूरे साल बना रहा और वर्ल्ड वार की आशंका बनी रही.
किन सेक्टर में तेजी तो किनमें गिरावट
फाइनेंशियल ईयर 2023 में अबतक सेंसेक्स में 308 अंकों या 0.53 फीसदी गिरावट रही. 30 में 16 शेयरों में बढ़त तो 14 में गिरावट रही. निफ्टी 50 में 347 अंकों या 2 फीसदी कमजोरी आई और 50 में 28 शेयर कमजोर हुए. मिडकैप इंडेक्स 1 फीसदी कमजोर हुआ तो स्मालकैप इंडेक्स में 5 फीसदी से ज्यादा गिरावट रही. वहीं ब्रॉडर मार्केट की बात करें तो BSE500 में 3 फीसदी कमजोरी देखने को मिली.
IT शेयरों में बिकवाली, बैंक में खरीदारी
फाइनेंशियल ईयर 2023 में निफ्टी बैंक में 11% फीसदी बढ़त रही तो बैंक आईटी में 24 फीसदी के करीब गिरावट. एफएमसीजी इंडेक्स 23 फीसदी, कंज्यूमर गुड्स इंडेक्स 24 फीसदी और पीएसयू इंडेक्स 8 फीसदी मजबूत हुआ. कंज्यूम ड्यूरेबल्स में 11 फीसदी, ऑयल एंड गैस में 9 फीसदी गिरावट रही. वहीं
BSE CD -11.27%ऑटो इंडेक्स 17 फीसदी मजबूत हुआ तो मेटल इंडेक्स में 19 फीसदी कमजोरी आई. रियल्टी इंडेक्स में 18 फीसदी, पावर इंडेक्स में 11 फीसदी और BSEIPO इंडेक्स में 26 फीसदी कमजोरी आई. किन शेयरों ने दिया जोरदार रिटर्न…..
लार्जकैप: टॉप शेयर
ITC: 50%
M&M: 48%
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज: 36%
NTPC: 29%
HUL: 26%
NSE-500 के टॉप शेयर
मझगांव डॉक: 166%
वरुण बेवरेजेज: 124%
फिनोलेक्स केबल्स: 118%
करूर व्यासा बैंक: 118%
UCO Bank: 107%
महिंद्रा CIE: 104%
रेल विकास निगम: 100%
Mid-Cap: टॉप स्टॉक
वरुण बेवरेजेज: 124%
TVS Motor: 73%
ट्यूब इन्वेस्टमेंट: 56%
भारत इलेक्ट्रॉनिक्स: 33%
इंडियन होटल्स: 30%
Small-Cap: टॉप स्टॉक
सोमा टेक्सटाइल्स: 411%
अपार इंडस्ट्रीज: 261%
किर्लोस्कर ऑयल: 186%
स्टर्लिंग टूल्स: 184%
पावर मकैनिक प्रोजेक्ट: 177%
एलेकॉन इंजीनियरिंग: 172%
Waaree Renewable: 168%
WPIL: 163%
कामधेनु: 158%
BLS इंटरनेशनल: 156%
च्वॉइस इंटरनेशनल: 155%
मैराथॉन नेक्स्टजेन: 153%
यूनिवर्सल केबल्स: 148%
टीटागढ़ वैगन्स: 145%
कर्नाटक बैंक: 135%
Sunflag Iron: 135%
उज्जीवन फाइनेंस सर्विसेज: 131%
TD पावर सिस्टम: 130%
फिनोलेक्स केबल्स: 118%
सफारी इंडस्ट्रीज: 116%
लॉयड मेटल्स: 116%
Kewal Kir.Cloth.: 116%
रामा स्टील ट्यूब्स: 114%
रिको ऑटो इंडस्ट्रीज: 111%
ION एक्सचेंज: 107%
पेन्नार इंडस्ट्रीज: 104%
Mahindra CIE: 104%
जुपिटर वैगन्स: 104%
शांति गियर्स: 101%
टाइमेक्स ग्रुप: 100%