
समय के साथ सारी चीजें बदल जाती हैं लेकिन आपका रिज्युमे अभी भी उन्हीं पुराने नियमों में अटका पड़ा है. अगर आपका रिज्युमे भी वैसा ही जैसा दुनिया की 99 फीसदी जनता का है, तो भला आप कैसे भीड़ से अलग हुए. अपना रिज्युमे लिखते वक्त पुराने नियमों को तोड़ना बहुत जरूरी है. फोर्ब्स ने कुछ अपनी एक रिपोर्ट में यह बताया कि रिज्युमे को प्रभावकारी बनाने के लिए क्या-क्या करना चाहिए और किन शब्दों में सीवी लिखना चाहिए. आइए जानते हैं वो 10 नियम क्या है जिन्हें आपको रिज्युमे लिखते वक्त तोड़ने की जरूरत है.
रिज्युमे लिखते वक्त तोड़ें ये 10 नियम
- ये नियम तोड़े जो कहता है कि आप अपने रिज्युमे में I का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं. ये आपका रिज्यूम है आप खुद को I लिखकर संबोधित कर सकते हैं.
- अपनी बातों को टुकड़ों-टुकड़ों में लिखने की बजाय पूरे वाक्य में लिखें. सेन्टेंस फ्रेगमेंट की जगह फुल सेन्टेंस का इस्तेमाल करें
- अपनी बातों को कड़ी सरकारी भाषा में न लिखने का नियम तोड़ें.
- ऐसा नियम तोड़े जो आपको अपने रिज्युमे में अपने करियर के प्रति मोटिवेशन व्यक्त करने के लिए मना करता है या फिर आप अपने करियर में नया क्या करना चाहते हैं ये लिखने के लिए मना करता है.
- अपने बोरिंग रिज्युमे को अपनी भाषा में लिखकर उसे इंटरेस्टिंग बनाएं.
- अपनी स्किल्स को अपने रिज्युमे में लिखने का नियम तोड़ें. सभी एप्लीकेंट्स एक जैसी स्किल्स बताते हैं जिससे बहुत ज्यादा फर्क नहीं पडता. टेक्नोलॉजी के अलावा अन्य स्किल्स को बताने की बजाय आपने क्या हासिल किया है ये बताएं.
- आपकी जॉब टाइटल या पढ़ाई के आधार पर लोगों को न सोचने दें कि आपने जीवन में क्या हासिल किया है. आप जीवन में क्या काम कर सकते हैं ये आपका जॉब टाइटल तय नहीं करेगा.
- अपने रिज्युमे में नौकरी के लिए भीख मांगने या मिन्नतें करने से बचें.
- ऑपरेशन, सेल्स, मार्केटिंग या कस्टमर सर्विस जैसी चीजें लिखने से बचें. ये सब लिखना बहुत पुराना हो गया है. ये तय करें कि आपको क्या करना पसंद करें और उसी हिसाब से जॉब ढूंढें.
- आखिर में ये नियम तोड़ें जो आपसे कहता है कि आप अपने जॉब टाइटल और स्किल्स से ज्यादा कुछ नहीं और आपको उन्हीं के पीछे छुपे रहना चाहिए.