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Bhang : भारत ने 1985 में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट लागू किया, जिसमें भांग के पत्तियों को छोड़कर, फल व फूल का इस्तेमाल बैन हो गया. (Freepik)
How to Manage Bhang hangover : होली का सेलिब्रेशन शुरू हो गया है. होली पूरे देश में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाने वाला त्योहार है और भारतीय इस त्योहार को अपने दोस्तों और परिवारों के साथ मनाना पसंद करते हैं. यूं तो इस त्योहार में रंग-बिरंगी मिठाइयां भी खाई जाती हैं, लेकिन एक और खास ड्रिंक है, जिसे लोग होली के दिन बड़े चाव से पीते हैं. हम बात कर रहे हैं ठंडई यानी भांग की. भांग एक ऐसा पेय है जो कई तरह के मिश्रण से बनाया जाता है.
क्या होती है भांग (What is Bhang)
अंग्रेजी में भांग के पौधे को कैनेबिस (Cannabis indica) कहते हैं. भांग को कैनेबिस की पत्तियों और बीजों को पीसकर बनाया जाता है. ये सरकारी भांग की दुकानों पर मिलता है. इन दुकानों को भंग बेचने के लिए लाइसेंस मिलता है. यूपी सहित कई राज्यों में लाइसेंस वाली भंग की दुकानें हैं. हालांकि कुछ राज्यों में यह बैन भी है. इनके ठेके होते हैं, टेंडर होते हैं, पक्का लाइसेंस होता है. गांजा और भांगमें फर्क यह है कि गांजा कैनेबिस के फूलों से बनता है.
होली पर भांग के पीछे परंपरा
भांग को भगवान शिव का सबसे पसंदीदा पेय माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव को भांग बहुत पंसद आता है. हिन्दू मान्याताओं के अनुसार, भांग भागवान भोलेनाथ और भगवान विष्णु की दोस्ती का प्रतीक भी है. ऐसा माना जाता है कि हिरण्यकश्यप को मारने के बाद भगवान विष्णु का गुस्सा शांत नहीं हुआ था. उन्हें शांत करने के लिए शिव जी ने शरभ का अवतार लिया था. इसके बाद विष्णु जी ने शिव जी को अपना छाल अर्पित कर दिया. इसी खुशी को मनाने के लिए शिवगणों ने उत्सव मनाया, जिसमें भांग को शामिल किया गया. यही वजह है कि भांग को होली पर पिया जाता है.
भारत में भांग पर क्या है कानून
भारत ने 1985 में नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट लागू किया, जिसमें भांग के फल और फूल के उपयोग को प्रभावी ढंग से बैन कर दिया गया, लेकिन उनकी पत्तियों को छोड़कर. यह नैचुरली उगने वाला पौधा है और भारत में भारी मात्रा में भांग का इस्तेमाल भी किया जाता है, इसलिए भारत सरकार ने इसकी पत्तियों को कानून से बाहर रखा. लेकिन उसी भांग के पौधे के अन्य हिस्सों का सेवन करने पर जुर्माना और जेल हो सकती है. वहीं इस कानून से गांजा और चरस को हार्ड ड्रग माना जाने लगा.
कैसे बनाई जाती है भांग?
होली में भांग की पत्तियों को पीसकर इसका एक पेस्ट बनाया जाता है. भांग का पेय तैयार करने के लिए इस पेस्ट में बादाम, पिस्ता, चीनी, दूध व कुछ मसाले व हर्ब मिलाया जाता है. इसके बाद जो स्वादिष्ट ड्रिंक तैयार होती है, जिसे ‘भांग की ठंडाई’ या ‘भांग की लस्सी’ के रूप में जाना जाता है. वर्तमान समय में भांग का विशेष रूप से उपयोग धार्मिक पर्वों जैसे, शिवरात्रि और होली पर बड़े स्तर पर किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि भांग में कई औषधीय गुण होते हैं. ये मन और शरीर को शांत रखने का काम करते हैं. कुछ लोग इसे पाचन के लिए भी बेहतर मानते हैं.
अगर नशा चढ़ जाए तो क्या करें
हर्बल चाय पियें : हर्बल टी पीने से आपका शरीर डिटॉक्स हो जाता है. यह सभी टॉक्सिक पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करेगा. इस तरह से यह आपके हैंगओवर को कम करने में मदद करता है.
ढेर सारा नींबू पानी पिएं : नींबू में विटामिन सी होता है और हैंगओवर को ठीक करने के लिए आपको यही चाहिए. विटामिन सी में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं.
पानी पीते रहें : भांग खाने के बाद आपको डिहाइड्रेशन महसूस हो सकती है इसलिए शरीर में पानी की बराबर मात्रा बनाए रखने के लिए भरपूर पानी का सेवन जरूर करें.
नींद लें,आराम करें : भांग खाने के बाद अगर दिमाग कुछ काम नहीं कर रहा है तो पार्टी से निकलें और कहीं आरामदायक जगह पर सो जाएं.
गुनगुने पानी से नहाएं : किसी भी हैंगओवर को ठीक करने के लिए गर्म पानी से नहाना सबसे अच्छा उपाय है.
अदरक है कारगर : अदरक अधिकतर बीमारियों में औषधि का काम करती है. यहर भांग का नशा उतारने में भी कारगर है.
(Disclaimer: लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए. कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें.)
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