BJP Congres use historical characters against each other : बीजेपी और कांग्रेस के बीच संसद से लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस तक जारी घमासान अब इतिहास के मैदान तक जा पहुंचा है. बीजेपी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को नए दौर का ‘मीर जाफर’ बताकर हमला किया, तो कांग्रेस भी पीछे नहीं रही. उसने भी ईंट का जवाब पत्थर से देने वाले अंदाज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम को ‘जयचंदों की फौज’ बताकर तीखा पलटवार किया है. इतिहास के मैदान में लड़ी जा रही इस जुबानी जंग में बीजेपी की कमान उसके प्रवक्ता संबित पात्रा ने संभाली तो कांग्रेस की तरफ से जवाब देने उतरीं सुप्रिया श्रीनेत. कांग्रेस की तेज तर्रार प्रवक्ता ने अपने नेता बीजेपी को बिलकुल उसी ढंग से जवाब दिया, जिस अंदाज में संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर हमला किया था.
जयचंदों की पूरी फ़ौज बनायी है : सुप्रिया श्रीनेत
सुप्रिया श्रीनेत ने ट्विटर पर जारी वीडियो में सीधे पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “जयचंदों की एक पूरी फ़ौज बनायी है पीएम मोदी ने. जिनका काम है अडानी से ध्यान हटाना और राहुल गांधी के ख़िलाफ़ स्तरहीन भाषा बोलना. जिन्होंने आज़ादी के आंदोलन में एक नाखून नहीं कटाया वो कॉमेडी शो वाले लोकतंत्र का पाठ पढ़ा रहे हैं! मोदी जी के जयचंदों, मोडानी पर सवालों से बचोगे नहीं.” सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि बीजेपी के ये लोग स्तरहीन भाषा का इस्तेमाल भी मोदी जी के कहने पर ही कर रहे हैं. लेकिन कांग्रेस गंदगी का जवाब गंदगी से नहीं देगी. सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि मोदी जी के इशारे पर ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि अडानी से जुड़े सवालों का जवाब न देना पड़े.
पात्रा के “मीर जाफर” वाले बयान का जवाब
दरअसल सुप्रिया श्रीनेत ने अपने इस बयान के जरिए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा के राहुल गांधी पर किए हमले का जवाब दिया है. संबित पात्रा ने लंदन में दिए एक इंटरव्यू में कही राहुल गांधी की बातों को न सिर्फ भारत विरोधी बताया, बल्कि कांग्रेस नेता की तुलना मीर जाफर से करते हुए उन्हें माफी मांगने का ‘आदेश’ तक दे डाला. इस बीच कांग्रेस ने राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान का वो हिस्सा भी ट्विटर पर शेयर किया है, जिसे देश विरोधी बताते हुए बीजेपी न सिर्फ माफी की मांग कर रही है, बल्कि इसी मुद्दे पर संसद का कामकाज भी ठप कर दिया है. बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी ने लंदन में विदेशी ताकतों से भारत में दखल देने की गुहार लगाई थी. जबकि कांग्रेस की तरफ से शेयर किए गए वीडियो में राहुल गांधी को ये कहते हुए सुना जा सकता है कि लोकतंत्र पर मंडरा रहा खतरा, हमारे देश की आंतरिक समस्या है. इसका हल भी हमें ही निकालना होगा. इसका समाधान बाहर से नहीं आने वाला.
राहुल गांधी ने लंदन में क्या कहा था?
कांग्रेस ने राहुल गांधी का लंदन में दिए इंटरव्यू का वीडियो शेयर करने के साथ ही साथ उसमें अंग्रेजी में पूछे गए सवाल और राहुल गांधी के जवाब का हिंदी अनुवाद भी शेयर किया है, ताकि लोग उसे आसानी से समझ सकें. इस वीडियो को शेयर करते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा है, “भाजपाई जयचंदों, हर क़ीमत पर अडानी को बचाने का प्रण लिए पीएम मोदी, चरण-चुम्बक मीडिया. सुनिए राहुल गांधी जी ने क्या कहा – झूठ बोलना बंद कर दीजिए. ‘कमज़ोर होता लोकतंत्र हमारा अपना, अंदरूनी, भारतीय मामला है – समाधान हम ही ढूँढेंगे. फिर से पढ़ लो.”
कांग्रेस ने मेहुल चौकसी का मुद्दा भी उठाया
कांग्रेस प्रवक्ता ने अपने बयान में 13 हजार करोड़ रुपये का घोटाला करके देश से फरार हो गए मेहुल चौकसी को पकड़ने के लिए इंटरपोल की तरफ से जारी रेड कॉर्नर नोटिस को वापस लिए जाने का मुद्दा भी उठाया. सुप्रिया श्रीनेत ने असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए झूठे विवाद खड़े करने का आरोप लगाते हुए कहा, “13 हजार करोड़ रुपये का गबन करके आपकी आंखों में 5 साल से धूल झोंक रहा है आपका मेहुल भाई. इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस हटा लिया है. अब उसको कैसे लाइएगा वापस? तो आपने सुबह-सुबह ये रायता फैला दिया. लेकिन असलियत ये है कि सच किसी से छिपने वाला नहीं है. और लोकतंत्र और सदन की दुहाई तो आप बिलकुल मत दीजिए, क्योंकि सदन में जबरन बिल को पास कराने का काम आपने किया है. उन बिल को जिनके कारण 700 किसानों की शहादत हुई और आपको घुटने टेककर माफी मांगनी पड़ी. लोकतंत्र का पाठ आप राहुल गांधी जी को पढ़ाइएगा? जिन्होंने भारत के लोकतंत्र को मानस-पटल पर अंकित करने का काम किया है! असलियत ये है कि स्तरहीन भाषा, ऊल-जलूल वक्तव्य और जयचंदों की फौज सिर्फ और सिर्फ मोदी जी के इशारे पर चलती है और उन सबका सिर्फ एक काम है – अडानी को बचाना है…बाकी सब जबानी जमा-खर्च है.”
बीजेपी-कांग्रेस के घमासान में संसद ठप
बहरहाल, देश के दो प्रमुख दलों के बीच जारी इस वार-पलटवार के बीच संसद का कामकाज लगातार ठप हो रहा है. जिसके चलते यह सवाल भी बना हुआ है कि मौजूदा बजट सत्र में देश के लिए जरूरी विधायी कामकाज कब होगा? 13 मार्च को शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में अब तक एक दिन भी कामकाज नहीं हो सका है. कांग्रेस जहां लगातार अडानी मामले की जांच साझा संसदीय समिति (JPC) से कराने की मांग कर रही है, वहीं बीजेपी लगातार राहुल गांधी से माफी मांगने को कह रही है. दोनों ही पक्ष अपनी-अपनी मांगों को लेकर हंगामा कर रहे हैं, जिसके चलते संसद की कार्यवाही चल नहीं पा रही है.