DRI searches OPPO: केंद्रीय खुफिया एजेंसी डायरेक्टोरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (DRI) ने दिग्गज चाइनीज मोबाइल कंपनी ओप्पो (Oppo) की भारतीय इकाई के ठिकानों पर छापेमारी की. डीआरआई के मुताबिक ओप्पो इंडिया ने 4389 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी छिपाई है यानी चोरी की है. वित्त मंत्रालय ने आज बुधवार 13 जुलाई को जानकारी दी कि स्मार्टफोन बनाने वाली दिग्गज कंपनी ओप्पो ने आयात की सही डिटेल्स नहीं दी है. चाइनीज मोबाइल कंपनियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की यह तीसरी बड़ी कार्रवाई है. ओप्पो के ठिकानों पर डीआरआई ने छापेमारी की है तो ईडी इससे पहले शाओमी और वीवो के ठिकानों पर पहले ही छापे मार चुकी है.
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ऐसे चोरी की कंपनी ने कस्टम ड्यूटी की
जांच के दौरान डीआरआई ने ओप्पो इंडिया के ऑफिसों और प्रमुख मैनेजमेंट कर्मियों के आवास पर छापेमारी की. इस छापेमारी में मोबाइल फोन को बनाने में इस्तेमाल कुछ आइटम्स के बारे में जान-बूझकर सही डिटेल्स नहीं दी गई है. ओप्पो इंडिया ने ड्यूटी बचाने के लिए गलत डिटेल्स दी और इस प्रकार उसने 2981 करोड़ रुपये की चोरी की.
इसके अलावा जांच में पाया गया कि ओप्पो इंडिया चीन समेत कुछ देशों की एमएनसी को रॉयल्टी और लाइसेंस फीस का भुगतान किया लेकिन इसकी वैल्यू को आयात किए गए सामान में नहीं जोड़ा गया जो कि कस्टम एक्ट का उल्लंघन है और इस प्रकार कंपनी ने 1408 करोड़ रुपये बचाए. डीआरआई के मुताबिक जांच के मुताबिक कंपनी को 4389 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी के लिए 8 जुलाई को नोटिस जारी किया गया था.
तीन ब्रांड नाम से बेचती है स्मार्टफोन
ओप्पो तीन ब्रांड नाम ओप्पो (Oppo), वनप्लस (OnePlus) और रीयलमी (Realme) से स्मार्टफोन की बिक्री करती है. ओप्पो इंडिया मोबाइल हैंडसेट्स को बनाने, एसेंबल करने, होलसेल ट्रेडिंग, डिस्ट्रीब्यूशन और एक्सेसरीज के कारोबार में हैं.
(इनपुट: पीटीआई)