GoodKnigt Survey: गुडनाइट ने भारतीय लोगों पर एक सर्वे किया है जिसमें कई इंटरेस्टिंग बातें निकलकर सामने आई हैं. सर्वे से पता चला है कि 55 फीसदी भारतीयों ने माना है कि मच्छरों के काटने और भिनभिनाहट से उनकी नींद खराब होती है. इतने ही लोगों ने नींद की कमी के लिए मच्छरों को जिम्मेदार ठहराया है.
YouGov और GoodKnigt ने किया सर्वे
नींद के पैटर्न पर मच्छरों के प्रभाव को समझने के लिए गुडनाइट ने मार्केट रिसर्च और डेटा एनालिटिक्स फर्म YouGov के साथ मिलकर एक सर्वे कराया. यह सर्वे पूरे भारत में 1,011 से अधिक लोगों के साथ किया गया था. सर्वे से पता चलता है कि लगभग 60 फीसदी वयस्क नींद में गड़बड़ी या नींद की कमी के लिए मच्छरों को जिम्मेदार ठहराते हैं.
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2 में से 1 वयस्क मच्छर से परेशान
उत्तर और मध्य भारत क्षेत्र से 55 फीसदी, दक्षिण क्षेत्र से 53 फीसदी और पूर्व और उत्तर पूर्व भारत से 50 फीसदी लोगों ने मच्छर के काटने और भनभनाहट को खराब या गुणवत्तापूर्ण नींद की कमी के प्रमुख कारण बताया. प्रत्येक 2 वयस्कों में से औसतन 1 ने मच्छरों को नींद संबंधी परेशानियों का प्रमुख कारण बताया. गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) ने एक बयान में कहा है कि अन्य कारणों के अलावा मच्छर को खत्म करने के लिए प्रयाप्त कदम न उठाने से भारतीय लोगों को नींद की कमी और अन्य स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
आज मनाया जाता है World Sleep Day
हर साल 17 मार्च को World Sleep Day मनाया जाता है. यह पर्याप्त नींद न लेने के नुकसान के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है. चिकित्सा, बेहतर जीवनशैली का न होना या तनाव से संबंधित मुद्दों से नींद संबंधी विकार हो सकते हैं जिसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है. गोदरेज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (जीसीपीएल) ने शुक्रवार को कहा कि उल्टे-सीधे तकिए, मौसम की स्थिति और यहां तक कि मच्छरों के काटने से भी नींद में खलल पड़ सकता है.