
Budget 2020: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट 1 फरवरी को पेश करेंगी. वित्त मंत्री सीतारमण सुबह 11 बजे बजट पेश करेंगी. पिछले कुछ सालों से भारत का आम बजट इसी समय पर पेश किया जाता रहा है. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हमेशा से सुबह 11 बजे आम बजट पेश नहीं होता था. बल्कि आजादी के बाद से भारत का बजट शाम 5 बजे पेश किया जाता था. यह सिलसिला 53 साल तक चलता रहा.
वर्ष 1998-99 में बजट पेश करने के समय की यह परंपरा बदल गई. इस परंपरा को बदलने वाले थे पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा. उस समय सिन्हा भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वित्त मंत्री थे.
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कब बदला बजट समय?
27 फरवरी 1999 को अगले वित्त वर्ष 1999-2000 के लिए तत्कालीन वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने पहली बार आम बजट सुबह 11 बजे पेश किया. इस तरह, सिन्हा ने अंग्रेजों के समय से चलती आ रही परंपरा को तोड़कर इतिहास बना दिया.
आजादी से पहले तक भारत में शाम को बजट पेश किए जाने से भारत में कारोबारी कंपनियों को भी फायदा था. इसका बड़ा कारण यह था कि भारतीय समय के हिसाब से लंदन स्टॉक एक्सचेंज शाम 5 बजे से खुलता है.
क्यों बदला बजट पेश करने का समय?
आखिर बजट पेश करने का समय क्यों बदला गया? इस बारे में तत्कालीन वित्त मंत्री सिन्हा ने कहा था, बजट पेश करने के बाद इंटरव्यू का एक लंबा दौर शुरू हो जाता है जिसकी वजह से देर रात तक उन लोगों को जगने पर थकान हो जाती है. इस कारण इसका समय बदलकर दिन में कर दिया गया.
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ब्रिटेन का था खास लिंक
भारत में शाम को बजट पेश होने की परंपरा वर्ष 1924 में सर बेसिल ब्लैकेट ने शुरू की थी. इसकी बेहद अहम वजह भी थी. दरअसल, भारत में बजट पेश करने के लिए शाम पांच बजे का वक्त ब्रिटिश घड़ी से तय किया गया था. ब्रिटेन में सुबह 11 बजे बजट पेश होता है.
आजादी के पहले इस बजट में भारत के लिए भी बजट का आवंटन पेश होता था, इसलिए उस समय भारत में भी इसी समय बजट का वक्त पेश करना जरूरी था जिस समय ब्रिटेन में बजट पेश हो. ब्रिटेन में जब सुबह 11 बजते हैं तो उस समय भारत में शाम के 5 बजे होते हैं. इसी कारण से भारत में बजट पेश करने का समय शाम 5 बजे था.