If opposition withdraws JPC demand, BJP will drop it’s demand for Rahul Gandhi’s apology says Congress : कांग्रेस ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद जयराम रमेश ने कहा है कि बीजेपी की तरफ से विपक्ष को यह पेशकश की जा रही है कि वे अगर अडानी मामले की जांच साझा संसदीय समिति (JPC) से कराने की अपनी मांग से पीछे हट जाएंगे, तो बीजेपी भी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के माफी मांगने की अपनी जिद छोड़ देगी. जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस इस तरह का सौदा करने को तैयार नहीं है, क्योंकि जेपीसी की मांग का राहुल गांधी के बयान पर माफी की बीजेपी की जिद से कोई लेना-देना नहीं है.
तीन-चार दिनों से की जा रही पेशकश : जयराम रमेश
जयराम रमेश ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “पिछले तीन-चार दिनों से कहा जा रहा है कि अगर विपक्ष JPC की मांग वापस ले…तो फिर बीजेपी राहुल गांधी से माफी की मांग वापस ले लेगी. यह हमें नामंजूर है. इन दोनों बातों के बीच कोई रिश्ता नहीं है. हम सौदा करने के लिए तैयार नहीं हैं.”
पीएम मोदी ने राहुल के बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया : जयराम
कांग्रेस ने राहुल गांधी के लंदन में दिए बयानों पर उठे विवाद के लिए एक बार फिर से प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहराया. जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने राहुल गांधी के बयानों को डिस्टॉर्ट यानी तोड़-मरोड़कर पेश किया और उन्हें डिफेम यानी बदनाम करने की कोशिश की. इसके बाद वे अडानी के मामले से ध्यान हटाना यानी डायवर्ट करना चाहते हैं. रमेश ने कहा कि यह बात वे प्रधानमंत्री मोदी की भाषा का इस्तेमाल करके कह रहे हैं.
राहुल के बयान से बीजेपी को समस्या क्या है : कांग्रेस
इसके साथ ही कांग्रेस ने बुधवार को एक बार फिर से राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान पर लग रहे आरोपों को गलत बताने के लिए ट्विटर के जरिए एक पोस्टर जारी किया है. इसमें कहा गया है कि राहुल गांधी से लंदन में जब यह पूछा गया कि भारत के कमजोर हो रहे लोकतंत्र के मामले में आप विदेशी सरकारों से क्या चाहते हैं, तो उन्होंने कहा कि यह हमारे देश की अंदरूनी समस्या है और इसका हल भी हमें ही निकालना होगा. इसका समाधान कहीं बाहर से नहीं आने वाला है. कांग्रेस ने इस स्पष्टीकरण को जारी करते हुए पूछा है कि आखिर भाजपा को इससे क्या समस्या है? इससे पहले मंगलवार को भी कांग्रेस राहुल के बयान को लेकर बीजेपी के हमले का जवाब बेहद तीखे अंदाज में दे चुकी है.
JPC की मांग और राहुल के बयान पर गतिरोध जारी
दरअसल, पिछले कई दिनों से विपक्ष और बीजेपी के बीच अडानी मामले की जेपीसी जांच और राहुल गांधी की माफी की मांग को लेकर गतिरोध बना हुआ है. दोनों पक्ष अपने-अपने रुख पर अड़े हुए हैं. जिसके चलते 13 मार्च के बाद से ही संसद के दोनों सदनों में कामकाज भी नहीं हो पा रहा है. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ही संसद के कामकाज में रुकावट डालने के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते आ रहे हैं.
राहुल को ‘मीर जाफर’ कह चुकी है बीजेपी
बीजेपी अब तक यही कहती आ रही है कि राहुल गांधी को लंदन में दिए अपने बयान के लिए माफी मांगनी ही पड़ेगी, क्योंकि उन्होंने विदेश की धरती पर जाकर देश का अपमान किया है. यहां तक कि बीजेपी नेता संबित पात्रा ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी को ‘मीर जाफर’ तक कह दिया था. उन्होंने यह भी कहा था कि राहुल गांधी वे देश की जनता की तरफ से राहुल गांधी को माफी मांगने का आदेश दे रहे हैं और हर हाल में उनसे माफी मंगवाकर ही मानेंगे. लेकिन जयराम रमेश बुधवार को दिए अपने बयान के जरिए यह बताना चाहते हैं कि बीजेपी दरअसल राहुल गांधी की माफी का मसला इसीलिए उठा रही है ताकि वो विपक्ष पर जेपीसी की मांग छोड़ने के लिए दबाव बना सके.