Rahul Gandhi’s response on BJP’s demand for his apology: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार के मंत्रियों ने संसद के भीतर उन पर जो भी आरोप लगाए हैं, उनका सदन के भीतर जवाब देना सांसद के नाते उनका अधिकार है. राहुल के मुताबिक उन्होंने गुरुवार को लोकसभा स्पीकर से मिलकर सदन में बोलने का मौका दिए जाने की मांग की, ताकि वे अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब दे सकें. लेकिन उनके सदन में जाने के चंद मिनट बाद ही कार्यवाही स्थगित हो गई और वे बोल नहीं सके. राहुल ने कहा, मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे कल शायद बोलने दिया जाए. लेकिन पक्के तौर पर नहीं कह सकते कि बोलने देंगे. हो सकता है कल भी न बोलने दें. राहुल गांधी ने ये बातें गुरुवार को संसद की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगित किए जाने के कुछ देर बाद बुलाई गई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
पीएम मोदी ने अडानी पर अब तक नहीं दिया जवाब : राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी उनके बयान को लेकर सारा हंगामा अडानी के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए कर रही है. कांग्रेस सांसद ने कहा कि उन्होंने संसद में दिए अपने पिछले भाषण में पीएम मोदी और अडानी के संबंधों के बारे में जो भी बातें कही थीं, उन्हें कार्यवाही से निकाल दिया गया, जबकि उसमें कोई गैर-संसदीय बात नहीं थी. राहुल ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और अडानी के रिश्तों के बारे में जो बातें कही हैं, जो सवाल उठाए हैं, उनका पीएम ने अब तक कोई जवाब नहीं दिया. मुख्य मुद्दा यह है कि पीएम मोदी और अडानी के बीच में रिश्ता क्या है? मोदी सरकार अडानी का मुद्दा उठाए जाने से घबरा गई है. यही वजह है कि असली मुद्दे से ध्यान हटाने के लिए सारा ड्रामा खड़ा किया जा रहा है.
सांसदों ने जेपीसी की मांग करते हुए मानव श्रृंखला बनाई
इस बीच, अलग-अलग विपक्षी दलों के सांसदों ने अडानी मामले की जांच के लिए जेपीसी बनाने की मांगको लेकर सदन के बाहर ह्यूमन चेन यानी मानव श्रृंखला भी बनाई. कांग्रेस ने इस प्रदर्शन का वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, “आज पूरा विपक्ष एकजुट होकर अडानी महाघोटाले में JPC की मांग कर रहा है. अपनी इसी मांग को लेकर आज कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री खड़गे के साथ विपक्ष के सांसदों ने सदन के बाहर मानव श्रृंखला बनाई.”
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने इस मसले पर मीडिया से बात करते हुए कहा, “कभी स्मृति ईरानी 400 रु. के सिलेंडर पर सड़कों पर बैठ जाती थीं, अब चुप हैं. जब चीन ने कानून मंत्री के राज्य में गांव बसा दिया तो वह चुप थे, पर आज वे भी बोले. हम जब भी JPC की बात करते हैं, ये ध्यान भटकाते हैं. यह पहली बार है जब सत्ताधारी दल संसद चलने नहीं दे रहा.”
गुरुवार को भी संसद में नहीं हो सका कामकाज
इससे पहले गुरुवार को भी संसद में कामकाज नहीं हो सका. बीजेपी सांसदों और मंत्रियों ने राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए बयानों पर नाराजगी जाहिर करते हुए हंगामा किया. वहीं कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी दलों ने हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर लगे आरोपों की जांच साझा संसदीय समिति (JPC) से कराने की मांग को लेकर नारेबाजी की. सत्ता पक्ष और विपक्ष में जारी इस टकराव के चलते बार-बार हो रहे व्यवधान के बीच सदन की कार्यवाही आखिरकार शुक्रवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी. बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी ने अपनी विदेश यात्रा के दौरान भारत में लोकतंत्र पर हमला होने और संसद में विपक्षी सांसदों को बोलने से रोके जाने के जो आरोप लगाए हैं, वो संसद और देश के लोकतंत्र का अपमान हैं, लिहाजा उन्हें माफी मांगनी चाहिए. वहीं कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी ने देश का अपमान करने वाली कोई बात नहीं कही है, लिहाजा उनके माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता.