Rahul Gandhi lecture at Cambridge University: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने हाल ही में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी (Cambridge University) में लेक्चर दिया था. अपने लेक्चर के दौरान उन्होंने डेमोक्रेसी, फ्री प्रेस और पेगासस आदि पर अपने विचार रखे. राहुल गांधी ने अपने व्याख्यान के दौरान आरोप लगाया कि इजराइली स्पाइवेयर पेगासस ( Israeli spyware Pegasus) का इस्तेमाल उनकी और कई अन्य राजनेताओं की जासूसी करने के लिए किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें खुफिया अधिकारियों द्वारा फोन पर बात करते समय “सावधान” रहने की चेतावनी दी गई थी क्योंकि उनकी कॉल लगातार रिकॉर्ड की जा रही थी. गौरतलब है राहुल गांधी ने मास्टर्स की पढ़ाई कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी के ट्रिनिटी कॉलेज से की है. इस यूनिवर्सिटी में राहुल गांधी का यह पहला लेक्चर था.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने अपने लेक्चर के दौरान कहा कि बड़ी संख्याओं में राजनेताओं के फोन में पेगासस होता है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस नेता ने कहा था कि मुझे खुफिया अधिकारियों ने बताया कि कृपया अपने फोन पर बात करते समय सावधान रहें क्योंकि इसे हम रिकॉर्ड कर रहे हैं. गांधी ने कहा कि यह एक निरंतर दबाव है जो हम महसूस करते हैं. मेरे खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जो किसी भी परिस्थिति में आपराधिक मामले नहीं हैं. उन्होंने आगे कहा कि जब आप मीडिया और लोकतांत्रिक ढांचे पर इस प्रकार का हमला करते हैं तो विपक्ष के लिए लोगों के साथ संवाद करना बहुत मुश्किल हो जाता है.
संसद, स्वतंत्र प्रेस और न्यायपालिका पर लग रहा है अंकुश: राहुल गांधी
कांग्रेस नेता ने मंगलवार को कैम्ब्रिज में अपना पहला व्याख्यान दिया जिसमें उन्होंने विश्व स्तर पर एक लोकतांत्रिक वातावरण को बढ़ावा देने के लिए एक नई सोच का आह्वान किया. वह यूनिवर्सिटी के जज बिजनेस स्कूल में ‘‘Learning to Listen in the 21st Century’’ विषय पर बोल रहे थे. राहुल गांधी ने अपने व्याख्यान के दौरान केंद्र पर भारतीय लोकतंत्र के मूल ढांचे पर हमला करने का आरोप भी लगाया. उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र दबाव में है. लोकतंत्र के लिए जो संस्थागत ढांचा चाहिए जैसे संसद, स्वतंत्र प्रेस और न्यायपालिका… इन सभी पर अंकुश लग रहा है. हम लोकतंत्र के मूल ढांचे पर हमले का सामना कर रहे हैं.
राहुल गांधी पर हमलावर हुआ सत्तापक्ष
राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए केंद्रीय सूचना और प्रसारण, खेल और युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने दावा किया कि कांग्रेस नेता “एक बार फिर एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर रो रहे थे.” एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह ऐसा करने के परिणामों को जानते थे . पेगासस के मामले ने उनके सिर से लेकर दिल.. हर जगह पर कब्जा कर लिया है. उन्होंने आगे कहा कि आज पूरी दुनिया में मोदीजी का सम्मान है और मोदीजी के नेतृत्व में भारत को पहचान मिली है…कोई नहीं तो राहुल गांधी को कम से कम इटली के प्रधानमंत्री और उनके नेताओं की बात सुननी चाहिए थी. दूसरी तरफ पेगासस पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का ध्यान दिलाते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी “वंशवादी” पेडल इस पर बार-बार झूठ बोलते हैं. उन्होंने कहा कि विडंबना यह है कि उनकी दादी ने आपातकाल लगाया और वे लोकतंत्र का उपदेश देते हैं! कोई और क्या कह सकता है!
राहुल गांधी के बचाव में उतरे मल्लिकार्जुन खड़गे
राजनेताओं के फोन पर पेगासस होने पर गांधी की टिप्पणी के तुरंत बाद भारत के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह के पूर्व सलाहकार सैम पित्रोदा ने ट्विटर पर कैम्ब्रिज में गांधी के व्याख्यान का पूरा वीडियो शेयर किया. मामले को बढ़ता देख राहुल गांधी के बचाव में मल्लिकार्जुन खड़गे को मैदान में उतरना पड़ा. उन्होंने बीजेपी पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हमने इस (पेगासस) मुद्दे को कई बार संसद में उठाया है, लेकिन सरकार इसका जवाब नहीं देती है. बीजेपी जनता को गुमराह कर रही है. ऐसा कई नेताओं के साथ हुआ है.