Corona Pandemic Third Wave: कोरोना महामारी की दूसरी लहर के भयानक असर से जूझ रहे देश के चिंता में डालने वाली एक और खबर है. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने माना है कि देश में कोविड-19 महामारी की तीसरी लहर आना भी तय ही है. लेकिन यह पता नहीं है कि यह लहर कब आएगी और उसकी तीव्रता और फैलाव कितना होगा. यह बात आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में अधिकारियों ने कही. इसके साथ ही उन्होंने यह भी माना कि कोरोना की दूसरी लहर के इतने भयानक होने का उन्हें पहले से अंदाज़ा नहीं था.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार के विजय राघवन ने कहा, “वायरस जितने बड़े पैमाने पर फैल चुका है, उसे देखते हुए इसकी तीसरी लहर आना तो तय ही है. लेकिन यह साफ नहीं है कि यह तीसरा चरण कब शुरू होगा और उसका फैलाव कितना होगा. लेकिन हमें नई लहरों के लिए तैयार रहना होगा.”
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इस वक्त देश के 12 राज्यों में कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या 1 लाख से ज्यादा है. इन राज्यों में महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल शामिल हैं. अधिकारियों के मुताबिक जिन राज्यों में हर दिन सामने आने वाले नए मामलों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है, उनमें कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, बिहार, केरल और राजस्थान शामिल हैं. सरकार ने यह भी बताया कि देश के 24 राज्यों केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना इंफेक्शन की पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी से ज्यादा है.
नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल ने डॉक्टरों से अनुरोध किया कि वे संकट के इस समय में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों और परिवारों की मदद के लिए आगे आएं और उन्हें टेलीकंसल्टेशन यानी फोन या वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मदद से जरूरी मेडिकल सलाह मुहैया कराएं. उन्होंने कहा कि वायरस के वैरिएंट भले ही बदल रहे हों, लेकिन उनसे बचने का तरीका अब भी वही है.
डॉ पॉल ने कहा कि हमें महामारी से बचाव के लिए जरूरी सभी उपायों का पालन करना होगा. इसमें मास्क लगाना, शारीरिक दूरी बनाए रखना, बार-बार हाथ धोना, घर पर रहना और गैर-जरूरी मुलाकातों से बचना शामिल है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी जानकारी जानवरों के जरिए नहीं फैल रही है. इसका संक्रमण इंसानों के आपसी संपर्क के जरिए ही फैल रहा है.