Why PAN Number Is Must: PAN (परमानेंट अकाउंट नंबर) कार्ड को लेकर एक बार फिर चर्चा तेज है. सरकार ने PAN को आधार से लिंक करने के लिए 31 मार्च 2023 तक की डेडलाइन दी है. अगर 31 मार्च तक लिंक नहीं होता है तो PAN कोर्ड को इनएक्टिव मान लिया जाएगा. यानी आपके पास भले ही PAN हो, आ उसका इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. असल में परमानेंट अकाउंट नंबर भारत में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है. यह खासतौर से टैक्स उद्देश्यों के लिए भारत में व्यक्तियों और संस्थाओं के लिए एक विशिष्ट पहचानकर्ता के रूप में काम करता है. इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करते समय परमानेंट अकाउंट नंबर की जानकारी देनी जरूरी है. वहीं बहुत से वित्तीय काम या लेनदेन भी बिना पैन कार्ड के नहीं हो पाएंगे. हमने यहां ऐसे 18 जरूरी कामों की जानकारी दी है. इसलिए सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आधार के साथ-साथ PAN कार्ड का होना भी बेदर जरूरी है. पैन कार्ड नहीं होने पर आप कई सरकारी योजनाओं से भी वंचित हो सकते हैं.
1) किसी भी मोटर वाहन या नॉन मोटराइज्ड टू व्हलर के अलावा अन्य वाहनों की बिक्री या खरीद के लिए.
2) 50 हजार रुपये से नीचे टाइम डिपॉजिट अकाउंट और बेसिक सेविंग्स बैंक अकाउंट के अलावा बैंक या सहकारी बैंक में कोई भी खाता खोलने के लिए पैन कार्ड जरूरी है.
3) क्रेडिट या डेबिट कार्ड जारी करने के लिए आवेदन करने के लिए पैन कार्ड जरूरी है.
4) डीमैट अकाउंट खोलने के लिए
5) किसी होटल या रेस्टोरेंट के बिल के लिए 50,000 रुपये से अधिक की राशि का एक ही समय में कैश पेमेंट के लिए.
6) विदेश में की गई यात्रा के संबंध में एक साथ 50,000 रुपये से अधिक की राशि के कैश पेमेंट या किसी भी विदेशी मुद्रा की खरीद के लिए पेमेंट के लिए.
7) म्यूचुअल फंड यूनिट्स खरीदने के लिए 50,000 रुपये से अधिक की राशि का भुगतान के लिए.
8) कंपनी द्वारा जारी किए गए बॉफन्ड या डिबेंचर खरीदने के लिए एक बार में 50,000 रुपये से अधिक भुगतान के लिए.
9) भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी बांड खरीदने के लिए एक बार में 50,000 रुपये से अधिक भुगतान के लिए.
10) बैंकिंग कंपनी या सहकारी बैंक में एक ही दिन के दौरान 50,000 रुपये से अधिक कैश जमा करने के लिए.
11) बैंकिंग कंपनी या सहकारी बैंक से बैंक ड्राफ्ट या भुगतान आदेश या बैंकर्स चेक की खरीद के लिए किसी एक दिन के दौरान 50,000 रुपये से अधिक की राशि नकद में भुगतान के लिए.
12) 50,000 रुपये से अधिक या एक फाइनेंशियल में 5 लाख रुपये से अधिक के टाइम डिपॉजिट यानी एफडी के लिए.
(i) एक बैंकिंग कंपनी या एक सहकारी बैंक में एफडी
(ii) डाकघर में एफडी
(iii) एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी में एफडी
13) एक या एक से अधिक प्री-पेड भुगतान के मामले में नकद में भुगतान या बैंक ड्राफ्ट या पे ऑर्डर या बैंकर्स चेक के माध्यम से 50,000 रुपये से अधिक की कुल राशि के भुगतान के लिए.
14) एक बीमाकर्ता को जीवन बीमा प्रीमियम के रूप में एक वित्त वर्ष में 50,000 रुपये से अधिक की कुल राशि का भुगतान.
15) 1 लाख रुपये से अधिक प्रति लेनदेन की राशि के लिए सिक्योरिटी (शेयरों के अलावा) की बिक्री या खरीद के लिए.
16) किसी शख्स द्वारा स्टॉक एक्सचेंज में अनलिस्टेड शेयरों की बिक्री या खरीद के लिए 1 लाख रुपये से अधिक प्रति लेनदेन की राशि के लिए.
17) 10 लाख रुपये से अधिक किसी भी अचल संपत्ति की बिक्री या खरीद के लिए.
18) प्रति लेनदेन 2 लाख रुपये से अधिक की राशि के लिए किसी भी प्रकृति की गुड्स या सर्विसेज की बिक्री या खरीद पर.