Interest Rate Increase: फरवरी महीने में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा ब्याज दरों (Interest Rates) में बढ़ोतरी करने का एलान किया गया. उस वक्त ही कयास लगाए जा रहे थे कि सेंट्रल बैंक के इस कदम का असर अन्य बैंकों के ऊपर पड़ेगा. अब खबर आ रही है कि रेजिडेंशियल लेंडर एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC) और सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपनी कर्ज की दरों में 0.25 फीसदी तक की बढ़ोतरी की है. दोनों ने इसकी घोषणा मंगलवार को की. संशोधित दरें एक मार्च से लागू होंगी. इस फैसले के बाद कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वाहन या घर के लिए लिए गए कर्ज पर भारी ईएमआई (EMI) भी चुकानी होगी.
कर्ज लेना हुआ महंगा
बैंकों द्वारा ब्याज दर बढाने के साथ ही इसके इसके साथ ही नए एवं पुराने ग्राहकों दोनों के लिए कर्ज महंगा हो जाएगा. यही नहीं, अब कंज्यूमर्स को भारी ईएमआई भी चुकानी पड़ेगी. एचडीएफसी ने एक बयान में कहा कि वह अपनी लेंडिंग रेट (Lending Rate) में 0.25 फीसदी तक की वृद्धि कर रहा है. साथ ही उसकी रिटेल लोन रेट (Retail lending rate) भी बढ़कर 9.20 फीसदी हो गई है. इसके अलावा पीएनबी ने एमसीएलआर (MCLR) पर आधारित रेट में 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया. यह वृद्धि सभी अवधि वाले कर्जों पर लागू होगी.
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पीएनबी ने भी बढ़ाए रेट
पीएनबी ने शेयर बाजार को दी गई सूचना में कहा कि एक साल की अवधि के वाहन और आवास खरीदने के लिए गए कर्जों पर लेंडिंग रेट पर को 8.4 फीसदी से बढ़ाकर से बढ़ाकर 8.5 फीसदी कर दिया गया है. हाल ही में रिजर्व बैंक ने नीतिगत ब्याज दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी. इसके साथ ही रेपो दर बढ़कर 6.25 प्रतिशत हो गई है.
इन बैंकों ने भी बढ़ाए ब्याज दर
रिजर्व बैंक से मिलने वाले पैसे महंगा होने से वित्तीय संस्थानों को भी अपनी उधारी दर में वृद्धि करनी पड़ी है. इसका असर देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई (SBI) के ऊपर भी पड़ा है. एसबीआई ने एमसीएलआर में 0.10 फीसदी की बढ़ोतरी की है. इसके अलावा निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) ने इसमें 0.05 फीसदी तक की वृद्धि की है. आईसीआईसीआई (ICICI) बैंक और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) ने भी अपनी एमसीएलआर को सभी अवधि के लिए 10 आधार अंकों (बीपीएस) तक बढ़ा दिया है. आईसीआईसीआई बैंक की वेबसाइट के मुताबिक ओवरनाइट, एक महीने की एमसीएलआर दर को बढ़ाकर 8.50 फीसदी कर दिया गया है. वहीं बैंक ऑफ इंडिया ने 1 महीने के एमसीएलआर को 10 बीपीएस से बढ़ाकर 7.85% से 7.95 फीसदी और 3 महीने के एमसीएलआर को 10 बीपीएस से बढ़ाकर 7.90 फीसदी से 8.00 फीसदी कर दिया गया है.