Post Office Small Savings Schemes: साल के आखिरी दिनों में शेयर बाजार में हलचल बढ़ गई है. बाजार में कभी तेजी तो कभी बिकवाली का माहौल है. कोविड 19 के नए वेरिएंट ने निवेशकों को सतर्क कर दिया है. वहीं मंदी के डर से भी बाजार के सेंटीमेंट बहुत अच्छे नहीं हैं. अगले कुछ महीने बाजार में दबाव देखने को मिल सकता है. ऐसे में बहुत से निवेशक इक्विटी या इक्विटी लिंक्ड योजनाओं की बजाय अपना पैसा कहीं सुरक्षित जगह निवेश करना चाहते हैं, जहां उन्हें बेहतर रिटर्न भी हासिल हो सके. अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो पोस्ट ऑफिस की सदाबहार स्कीम को चुन सकते हैं. स्माल सेविंग्स में भी अपने एसेट का एक हिस्सा अलोकेट कर आप अपने पोर्टफोलियो को बैलेंस कर सकते हैं.
एक से बढ़कर एक स्कीम
पोस्ट ऑफिस की स्माल सेविंग्स स्कीम बेहद पॉपुलर है, खासतौर से उन निवेशकों में जो बाजार का जोखिम नहीं लेना चाहते हें. इनमें नेशनल सेविंग्स टाइम डिपॉजिट स्कीम (TD), मंथली इनकम स्कीम (MIS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), किसान विकास पत्र (KVP), सुकन्या सम़द्धि योजना (SSY), सीनियर रिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS), नेशनल सेविंग्स रिकरिंग डिपॉजिट (RD) शामिल हैं.
जमा पैसों पर सरकार की गारंटी
पोस्ट ऑफिस की सेविंग्स स्कीम पर सरकार की सॉवरेन गारंटी है. यानी आपका एक एक पैसा यहां सुरक्षित है. यहां ब्याज दर भले ही बहुत ज्यादा नहीं है, लेकिन तय रेट पर रिटर्न की गारंटी मिलती है. इनमें कुछ स्कीम पर टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है. इनमें तय ब्याज के हिसाब से रिटर्न मिलता है.
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
ब्याज दर: 7.6 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 21 साल
अधिकतम जमा: 1.50 लाख सालाना
मिनिमम जमा: 250 रुपये
टैक्स लाभ: EEE कटेगिरि. यानी सालाना 1.50 लाख निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट, कमाए गए ब्याज पर टैक्स छूट और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी टैक्स फ्री.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
ब्याज दर: 7.1 फीसदी सालाना
सालाना अधिकतम निवेश: 1.5 लाख रुपये
कम से कम निवेश: 500 रुपये
मैच्योरिटी: 15 साल, लेकिन आगे 5-5 साल बढ़ाने का विकल्प
टैक्स लाभ: EEE कटेगिरि. यानी सालाना 1.50 लाख निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट, कमाए गए ब्याज पर टैक्स छूट और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी टैक्स फ्री.
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS)
ब्याज दर: 7.6 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 5 साल
अधिकतम जमा: 15 लाख
मिनिमम जमा: 1000 रुपये
टैक्स लाभ: 1.50 सालाना निवेश पर 80सी के तहत छूट. हालांकि एक वित्त वर्ष कमाया गया ब्याज 50,000 रुपये से अधिक है तो टीडीएस कटेगा.
मंथली इनकम स्कीम (MIS)
ब्याज दर: 6.7 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 5 साल, फिर 5 साल के लिए उस समय के ब्याज पर नया अकाउंट खुल सकता है
अधिकतम जमा: 4.50 सिंगल अकाउंट, 9 लाख ज्वॉइंट अकाउंट
टैक्स लाभ: नहीं
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)
ब्याज दर: 6.8 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 5 साल
अधिकतम जमा: लिमिट नहीं
मिनिमम जमा: 1000 रुपये
टैक्स लाभ: निवेश की गई 1.50 रुपये तक की राशि पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है.
टाइम डिपॉजिट (TD)
1 साल की स्कीम पर ब्याज: 5.5 फीसदी सालाना
2 साल की स्कीम पर ब्याज: 5.7 फीसदी सालाना
3 साल की स्कीम पर ब्याज: 5.8 फीसदी सालाना
5 साल की स्कीम पर ब्याज: 6.7 फीसदी सालाना
अधिकतम जमा: लिमिट नहीं
मिनिमम जमा: 1000 रुपये
टैक्स लाभ: निवेश की गई 1.50 रुपये तक की राशि पर 80C के तहत टैक्स छूट. लेकिन ब्याज से होने वाली कमाई 40 हजार या ज्यादा है तो टीडीएस कटेगा. सीनियर सिटीजन के लिए लिमिट 50 हजार है.
किसान विकास पत्र (KVP)
ब्याज दर: 7 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 123 महीने
अधिकतम जमा: लिमिट नहीं
मिनिमम जमा: 1000 रुपये
टैक्स लाभ: नहीं
रिकरिंग डिपॉजिट (RD)
ब्याज दर: 5.8 फीसदी सालाना
अधिकतम जमा: लिमिट नहीं
मिनिमम जमा: 100 रुपये मंथली
मैच्योरिटी: 5 साल, जिसे आगे 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं.
टैक्स लाभ: नहीं
RD से होने वाली ब्याज आय 40,000 रुपये से ज्यादा है तो 10 फीसदी टीडीएस, सीनियर सिटीजन के यह लिमिट 50,000 रुपये है.