Why PPF is still better option for Investment: कई पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) खाताधारकों को कल निराशा हाथ लगी है क्योंकि सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 की अप्रैल-जून तिमाही के लिए ब्याज दर में वृद्धि नहीं करने का फैसला किया है. पीपीएफ डिपॉजिटर्स को पहले की तरह ही 7.1 फीसदी ब्याज मिलता रहेगा, जबकि अन्य सभी छोटी बचत योजनाओं के लिए दरों में 10-70 आधार अंकों (बीपीएस) तक की वृद्धि की गई है. PPF की ब्याज दर में लगातार 12 तिमाहियों से कोई बदलाव नहीं हुआ है. हालांकि, कई कारण हैं कि क्यों निवेशकों को अपनी बचत को पीपीएफ खाते में रखना जारी रखना चाहिए.
टैक्स बेनिफिट
निवेशकों के पीपीएफ में निवेश जारी रखने की यह सबसे बड़ी वजह है. हालांकि 7.1 फीसदी की ब्याज दर NSC, KVP, 5 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट या यहां तक कि बैंकों द्वारा दी जाने वाली कुछ फिक्स्ड डिपॉजिट योजनाओं की तुलना में कम लग सकती है, लेकिन पीपीएफ का टैक्स बेनिफिट लाभ इसे अन्य बचत विकल्पों की तुलना में बेहतर बनाता है. पीपीएफ खाता “ई-ई-ई” श्रेणी में आता है जहां एक वर्ष में 1.5 लाख रुपये तक की जमा राशि, अर्जित ब्याज आदि टैक्स से फ्री है.
लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट
पीपीएफ एक ऐसी योजना है जिसमें आप विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों के लिए 15 साल या इससे भी अधिक की लंबी अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं. 7.1 फीसदी ब्याज पर भी, कैलकुलेशन से पता चलता है कि एक निवेशक हर साल 1.5 लाख रुपये का निवेश करके 15 वर्षों में 40 लाख रुपये से अधिक और 20 वर्षों में 66 लाख रुपये से अधिक का टैक्स फ्री कार्पस जमा कर सकता है.
गारंटीड रिटर्न
ऐसे समय में जब निवेशक बाजार से जुड़ी विभिन्न योजनाओं से रिटर्न के बारे में अधिक चिंतित हो रहे हैं, पीपीएफ गारंटीड रिटर्न की पेशकश करता है क्योंकि यह एक सॉवरेन गारंटी द्वारा समर्थित है.
लोन की सुविधा
डिपॉजिटर अपने पीपीएफ खाते में राशि के खिलाफ कर्ज (25% तक) उस वित्तीय वर्ष के अंत से एक वर्ष की समाप्ति के बाद ले सकते हैं. इसके अलावा, अगर आप 36 महीनों के भीतर कर्ज चुकाते हैं, तो प्रति वर्ष लिए गए कर्ज पर केवल 1 फीसद का ही ब्याज दर लगेगा.
भविष्य में पीपीएफ की ब्याज दर बढ़ सकती है
चूंकि सरकार हर तिमाही छोटी बचत दरों में संशोधन करती है, पीपीएफ ब्याज हमेशा 7.1% नहीं हो सकता है. यह भविष्य में बढ़ सकता है क्योंकि अतीत में इस योजना ने लगभग 8 फीसदी के औसत ब्याज की पेशकश की है.