5 Myths About SIP: तेज गति से भागती आज की दुनिया में फाइनेंशियल प्लानिंग करने में बाजार में निवेश करना एक आवश्यक या अनिवार्य हिस्सा बन गया है. सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (एसआईपी) ने अपनी सुविधा और लंबी अवधि के लाभ के कारण निवेशकों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल की है. हालांकि किसी भी अन्य निवेश की तरह एसआईपी के साथ भी कई तरह के मिथक और गलत धारणाएं जुड़ी हुई हैं, जो अक्सर कुछ निवेशकों को सही विकल्प चुनने में रुकावट बन जाती हैं. एलआईसी म्यूचुअल फंड एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड के फंड मैनेजर एवं सीनियर इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट जयप्रकाश तोषनीवाल ने यहां एसआईपी निवेश से जुड़े कुछ सबसे आम मिथक के बारे में बताया है.
मिथक #1: एसआईपी सिर्फ स्माल इन्वेस्टर्स के लिए है
फैक्ट: एसआईपी सभी प्रकार के निवेश लक्ष्यों और फाइनेंशियल बैकग्राउंड वाले निवेशकों के लिए उपयुक्त विकल्प है. आप कम से कम 500 रुपये प्रति महीने से एसआईपी शुरू कर सकते हैं और इसमें निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. इसलिए, चाहे आप एक छोटे निवेशक हों या एक बड़े निवेशक, एसआईपी आपके निवेश लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद कर सकता है.
मिथक #2: एसआईपी में रिस्क है और रिटर्न भी कम है
फैक्ट: एसआईपी शेयर बाजार में निवेश करने और लंबी अवधि के लिए संपत्ति बनाने का एक बेहतर और सुरक्षित तरीका है. हालांकि बाजार में उतार-चढ़ाव होते हैं, लेकिन एसआईपी में निवेश करने से आपको निवेश की लागत को औसत बनाने में मदद मिल सकती है, जिससे बाजार में उतार-चढ़ाव का जोखिम कम हो जाता है. इसके अलावा एसआईपी आपके निवेश के पोर्टफोलियो और बाजार की स्थितियों के आधार पर रिटर्न प्रदान करते हैं.
मिथक #3: एसआईपी आपके पैसे को लंबे समय के लिए लॉक कर देता है
फैक्ट: एसआईपी एक फ़लेक्सिबल निवेश का विकल्प है, जो निवेशकों को यह सुविधा देता है कि वे कभी भी अपने निवेश को भुना सकें. ओपन-एंडेड म्यूचुअल फंड में, जो म्यूचुअल फंड के सबसे प्रचलित प्रकार हैं, आमतौर पर ईएलएसएस और चिल्ड्रेन फंड की तरह लॉक-इन पीरियड नहीं होती है. अगर स्पष्ट नहीं किया गया है तो, एएमसी मुख्य रूप से निवेशकों को जल्दी रिडीम करने से हतोत्साहित करने के लिए एग्जिट लोड चार्ज करते हैं. इसलिए, एसआईपी आपके पैसे को लंबे समय तक लॉक नहीं करता है और जब भी आपको इसकी आवश्यकता हो, आप इसे भुना सकते हैं.
मिथक #4: एसआईपी केवल इक्विटी म्युचुअल फंड के लिए ठीक हैं
फैक्ट: एसआईपी इक्विटी म्युचुअल फंड तक ही सीमित नहीं हैं, बल्कि डेट फंड, हाइब्रिड फंड और इंडेक्स फंड जैसे कई अन्य निवेश विकल्पों के लिए भी आदर्श हैं. आपके निवेश लक्ष्यों और जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर, आप अपने लिए सही एसआईपी निवेश विकल्प चुन सकते हैं.
मिथक #5: एसआईपी के लिए ढेर सारे कागजी काम और दस्तावेजों की जरूरत होती है:
फैक्ट: एसआईपी के लिए कम से कम दस्तावेजों और कागजी कार्यवाही की जरूरत होती है, जिससे वे बिना किसी परेशानी वाले निवेश के विकल्प बन जाते हैं. ऑनलाइन निवेश प्लेटफॉर्म की मदद से कुछ ही क्लिक के साथ एसआईपी शुरू करना संभव है और पूरी प्रक्रिया कुछ ही मिनटों में पूरी की जा सकती है.
एसआईपी में निवेश करना आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक बेहतर तरीका हो सकता है, बशर्ते आप सही फैक्ट की जानकारी रखते हों और निवेश की प्रक्रिया को समझते हों. एसआईपी फ़लेक्सिबिलिट, कम रकम से निवेश और रिटर्न की संभावना सहित कई तरह के लाभ प्रदान करते हैं, जिससे वे निवेशकों के बीच एक लोकप्रिय निवेश विकल्प बन चुके हैं. हालांकि, एसआईपी से जुड़े मिथक और गलत धारणाएं अक्सर निवेशकों को बेहतर निर्णय लेने से रोकती हैं. इन मिथक को दूर करना और निवेश का सही निर्णय लेने के लिए तथ्यों को समझना महत्वपूर्ण है. एसआईपी में निवेश करके आप कंपाउंडिंग, डाइवर्सिफिकेशन और लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लाभ उठा सकते हैं, जो समय के साथ आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी सहायता कर सकते हैं.