Multi-Currency Account: अगर आप दुनिया के कई देशों में निवेश करते हैं तो करेंसी को लेकर एक समस्या खड़ी होती है. सभी देशों की अपनी मुद्राएं होती हैं जिसके चलते अलग-अलग खाते ऑपरेट करने होते हैं जिससे झंझट होती है. ऐसे में मल्टी-करेंसी अकाउंट एक बेहतर विकल्प के रूप में सामने आता है. ब्रिटिश फर्म विनवेस्टा ने भारत का पहला मल्टी-करेंसी अकाउंट लांच किया है जिससे अन्य देशों में निवेश कर रहे भारतीय निवेशकों को बहुत फायदा मिलेगा. इस खाते के जरिए अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पाउंड और यूरो समेत दुनिया की 30 से अधिक मुद्राओं में लेन-देन किया जा सकेगा. इस खाते को मिनटों में ऑनलाइन खुलवाया जा सकेगा और इससे भारतीय एक ही प्लेटफॉर्म के जरिए दुनिया भर की 30 से अधिक मुद्राओं में पूंजी का लेन-देन कर सकेंगे और निवेश कर सकेंगे. सभी खाताधारकों के हर करेंसी के लिए यूनिक अकाउंट डिटेल्स मिलेगा जैसे कि आईबीएएन, स्विफ्ट कोड इत्यादि. कोई भी शख्स 180 से अधिक देशों को इन खातों के जरिए पैसे भेज सकता है या पा सकता है.
कई कामों में इस्तेमाल हो सकेगा मल्टी-करेंसी अकाउंट का
मल्टी-करेंसी अकाउंट का इस्तेमाल विदेशों में निवेश, विदेशों में पढ़ाई के लिए बचत, विदेशी आय प्राप्त करने या विदेश जाने से पहले कोई खाता खोलने के रूप में किया जा सकता है. स्टूडेंट्स बिना विजा, एसएसन या यूनिवर्सिटी के एडमिशन लेटर के बिना ही यह खाता खोल सकते हैं और जब वे विदेश जाते हैं तो इसका इस्तेमाल जारी रख सकते हैं.
यहां यह ध्यान रखना जरूरी है कि भारतीय नागरिक के लिए विदेशी मुद्रा में खाता खोलने के लिए क्या नियम हैं और इसके लिए विशेष अनुमति या प्रक्रिया का पालन करना होगा या नहीं? इसे लेकर विनवेस्टा के फाउंडर और सीईओ स्वास्तिक निगम का कहना है कि कोई भी भारतीय नागरिक हर साल आरबीआई के लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम के तहत 2.5 लाख डॉलर (18.7 करोड़ रुपये) का निवेश कर सकता है और जब तक इस सीमा के भीतर तक निवेश रहता है, किसी अतिरिक्त मंजूरी की जरूरत नहीं पड़ेगी.
महज 50 डॉलर में मिनटों में खुलवा सकेंगे अकाउंट
लंबे समय तक विदेशी मुद्रा खाता खुलवाना किसी प्रिविलेज से कम नहीं था और कम से कम 50 हजार डॉलर चाहिए होते थे और कई महीनों तक खाता खुलने का इंतजार करना होता था. हालांकि अब विनवेस्टा के मल्टी-करेंसी अकाउंट को महज 50 डॉलर में ही अपने पैन और आधार के जरिए मिनटों में खुलवाया जा सकेगा. भारत से किसी अन्य खाते में पैसे में ट्रांसफर करने पर यह कुछ घंटे से लेकर 2 कारोबार दिवस के बीच यह क्रेडिट हो जाएगा.
विनवेस्टा के को-फाउंडर और प्रेसिडेंट प्रतीक जैन का कहना है कि अमेरिकी स्टॉक्स या ब्रिटिश प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए निवेशकों के पास विदेशी मुद्रा खाता होना जरूरी है. ऐसा नहीं होने पर पैसों को बार-बार एक मुद्रा से दूसरी मुद्रा में कंवर्जन करना होता है जिससे एक्सचेंज कॉस्ट के रूप में बड़ी राशि चुकानी होती है. खाते का पैसा यूके (यूनाइटेड किंगडम) के मनी रेगुलेशंस के जरिए सुरक्षित रहेगा और विनवेस्टा व ई-मनी इंस्टीट्यूशन इस पैसे का इस्तेमाल लेंडिंग के लिए नहीं कर सकेगी. कैश बार्सलेज जैसे बड़े बैंकों के पास सुरक्षित रहेगा.
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मल्टी-करेंसी अकाउंट्स के फीचर्स
- मल्टी-करेंसी अकाउंट खुलवाने के लिए एक बार में 399 रुपये की सेटअप फीस चुकानी होगी.
- किसी भी पेमेंट के लिए 1 डॉलर का फ्लैट फीस चुकाना होगा और मासिक फीस 2.99 डॉलर है.
- करेंसी कंवर्जन की फीस फिक्स्ड नही है लेकिन आने वाले पेमेंट्स पर कोई शुल्क नहीं देना होगा. इस प्रकार कोई शख्स फॉरेक्स से जुड़े खर्चों में 75 फीसदी तक की बचत कर सकता है.
- सभी चार्जेज के बारे में प्राइसिंग प्लान में देख सकते हैं.
- ग्राहक अगर अपने किसी मित्र को इस प्लेटफॉर्म पर इनवाइट करते हैं तो उन्हें एक साल का फ्री मेंबरशिप मिलेगा.
- बेस प्लान के तहत कंपनी ने 5 हजार डॉलर प्रति ट्रांजैक्शन का लिमिट सेट किया है लेकिन हर दिन ट्रांजैक्शन की संख्या को लेकर कोई सीमा नहीं है.
- विनवेस्टा के मल्टी-करेंसी अकाउंट को महज 50 डॉलर में ही अपने पैन और आधार के जरिए मिनटों में खुलवाया जा सकेगा.
- भारत से किसी अन्य खाते में पैसे में ट्रांसफर करने पर यह कुछ घंटे से लेकर 2 कारोबार दिवस के बीच यह क्रेडिट हो जाएगा.
- स्टूडेंट्स बिना विजा, एसएसन या यूनिवर्सिटी के एडमिशन लेटर के बिना ही यह खाता खोल सकते हैं और जब वे विदेश जाते हैं तो इसका इस्तेमाल जारी रख सकते हैं.
- मल्टी-करेंसी अकाउंट के जरिए एक ही प्लेटफॉर्म के जरिए 30 से अधिक मुद्राओं में 180 से अधिक देशों में लेन-देन संभव होगा.