Koo launches new safety features: भारत के माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म, Koo ने यूजर्स को सुरक्षित सोशल मीडिया अनुभव प्रदान करने के लिए नई कंटेंट मॉडरेशन सर्विस के लॉन्च की घोषणा की. Koo ने इस बार बहुत शानदार तकनीक की पेशकश की है. नए फीचर के उपयोग से 5 सेकंड से भी कम समय में किसी भी प्रकार की न्यूडिटी या बाल यौन शोषण कंटेंट पता लगाया जा सकता है. इसके अलावा यह अकाउंट ब्लॉक करने, गलत सूचनाओं को लेबल करने और प्लेटफॉर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणियों और अभद्र भाषा को हाइड करने में भी सक्षम है. यूजर्स को सार्थक जुड़ाव प्रदान करने के लिए कू ने कुछ ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जहां उनके सिक्योरिटी पर प्रभाव पड़ता है, जैसे कि बाल यौन दुर्व्यवहार सामग्री और नग्नता और अभद्र भाषा, गलत सूचना. अब Koo ऐसे कंटेंट को आसानी से कंट्रोल कर सकता है.
न्यूडिटी
कू का इन हाउस ‘नो न्यूडिटी एल्गोरिदम’ इसका तुरंत पता लगाता है और यूजर्स द्वारा बाल यौन शोषण कंटेंट या नग्नता या यौन सामग्री वाली तस्वीर या वीडियो अपलोड करने के किसी भी प्रयास को रोकता है. ये पता लगाने और ब्लॉक करने में इसे 5 सेकंड से भी कम समय लगता है.
अभद्र भाषा का प्रयोग
10 सेकंड से कम समय में अभद्र भाषा का यह फीचर पता लगा लेता है और उतना ही जल्दी इसे हटा भी देता है, ताकि वे सार्वजनिक रूप से देखने के लिए उपलब्ध न हों.
हिंसा
जो यूजर प्लेटफॉर्म पर हिंसा को बढ़ावा देंगे या ऐसी सामग्री पोस्ट करेंगे, ऐसे यूजर्स को Koo तुरंत चेतावनी देगा और जरूरत पड़ने पर इसे प्लेटफॉर्म से हटा भी देगा.
गलत सूचना
कू का इन-हाउस ‘मिसइन्फो एंड डिसइन्फो एल्गोरिथम’ तुरंत सभी वायरल और रिपोर्ट की गई नकली खबरों को सार्वजनिक और निजी स्रोतों के आधार पर स्कैन करता है, ताकि किसी पोस्ट पर गलत सूचना का पता लगाया जा सके और उसे लेबल किया जा सके, जिससे मंच पर वायरल गलत सूचना के प्रसार को कम से कम हो सके.
कंपनी का क्या है कहना?
Koo के सह-संस्थापक, मयंक बिदावतका ने कहा, “कू में हमारा मिशन दुनिया को एकजुट करना और स्वस्थ चर्चा के लिए एक अनुकूल सोशल मीडिया स्थान बनाना है. हम अपने यूजर्स के लिए सबसे सुरक्षित स्पेस प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमारा प्रयास प्लेटफॉर्म से हानिकारक सामग्री को तुरंत पहचानने और हटाने और वायरल गलत सूचना के प्रसार को रोकना है. हमारा एक्टिव कंटेंट मॉडरेशन प्रक्रियाएं शायद दुनिया में सबसे अच्छी हैं.” गौरतलब है कि Koo दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है जो 20 से अधिक वैश्विक भाषाओं में उपलब्ध है.