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टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने गुरुवार को चैनल सिलेक्टर ऐप्लीकेशन को लॉन्च किया है.
टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने गुरुवार को चैनल सिलेक्टर ऐप्लीकेशन को लॉन्च किया है.टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने गुरुवार को चैनल सिलेक्टर ऐप्लीकेशन को लॉन्च किया है जिससे ग्राहकों को उनका टीवी सब्सक्रिप्शन को देखने की सुविधा मिलेगी. इसके साथ वे अपनी रूचि के मुताबिक चैनलों को चुनने के साथ अनचाहे चैनलों को हटा सकेंगे. ट्राई ने बयान में कहा कि ब्रॉडकास्टिंग सर्विस के लिए नया टैरिफ ऑर्डर जारी करने के बाद यह देखा जा रहा था कि ग्राहकों को अपने मुताबिक वेब पोर्टल या संबंधित डिस्ट्रीब्यूटिड प्लेटफॉर्म ऑपरेशंस (DPO) पर टीवी चैनल या बुकेट को चुनने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था. इसलिए प्रशासन ने एक ऐप को विकसित करने का फैसला किया.
ट्राई ने कहा कि चैनल सिलेक्टर ऐप वर्तमान में बड़े DTH ऑपरेटर्स और मल्टी सिस्टम ऑपरेटर्स (MSO/केबल ऑपरेटर्स) के साथ काम करता है. हालांकि, प्लेटफॉर्म पर दूसरे सर्विस प्रोवाइडर को इंटिग्रेट करने के लिए भी काम किए जा रहे हैं.
पारदर्शी सिस्टम उपलब्ध कराना मकसद: TRAI
रेगुलेटर ने कहा कि उसने टीवी चैनल सिलेक्टर ऐप को टेलिविजन सब्सक्राइबर्स तक विश्वसनीय, मजबूत और पारदर्शी सिस्टम उपलब्ध कराने के लिए विकसित किया है. सब्सक्राइबर्स को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर (RMN) पर ओटीपी के जरिए प्रमाणित किया जाएगा. अगर DPO के पास सब्सक्राइबर का कोई रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर मौजूद नहीं है, तो उसे अपनी टीवी स्क्रीन पर ओटीपी मिलेगा.
ऐप से सब्सक्राइबर्स को अपना सब्सक्रिप्शन चेक करने में मदद मिलेगी. इसके साथ वे अपने डीटीएच या केबल ऑपरेटर द्वारा दिए गए सभी चैनलों और बुकेट को देश सकेंगे और केवल अपनी पसंद के मुताबिक चैनलों को चुन और अनचाहे चैनलों को हटा सकेंगे. ग्राहकों को ऐप का इस्तेमाल करने पर समान या कम कीमत में यूजर सिलेक्टेड चैनलों या बुकेट का बेस्ट कॉम्बिनेशन मिलेगा.
ऐप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर पर मौजूद
इससे ग्राहकों को मौजूदा सब्सक्रिप्शन में बदलाव करने के साथ अपनी सब्सक्रिप्शन रिक्वेस्ट के रियल टाइम स्टेटस को चेक करने की भी सुविधा मिलेगी. चैनल सिलेक्टर ऐप गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर दोनों पर उपलब्ध होगा. ट्राई ने कहा कि ऐप का दूसरा मुख्य फीचर डीटीएच या केबल ऑपरेटर को भेजने से पहले सब्सक्रिप्शन का ऑप्टिमाइजेशन है. इससे सब्सक्राइबर्स को अपने पैसे के लिए बेस्ट वैल्यू मिल सकती है.
ट्राई ने मार्च 2017 में नए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क फॉर ब्रॉडकास्टिंग एंड केबल सर्विसेज को अधिसूचित किया है. नया फ्रेमवर्क 29 दिसंबर 2018 से लागू होगा.
(Input: PTI)
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