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Honda Cars ने ग्रेटर नोएडा प्लांट पर लगाया ताला, CR-V और Civic कारों का उत्पादन थमा

होंडा ने कहा कि 1997 में अस्तित्व में आये प्लांट में उत्पादन बंद करने का निर्णय मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों को पुनर्गठित करने के प्रयास का हिस्सा है.

होंडा ने कहा कि 1997 में अस्तित्व में आये प्लांट में उत्पादन बंद करने का निर्णय मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों को पुनर्गठित करने के प्रयास का हिस्सा है.

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FE Online
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Honda Cars India Ltd formally announced closure of manufacturing operations at its Greater Noida facility in Uttar Pradesh, HCIL

दोनों मॉडल की मैन्युफैक्चरिंग इसी कारखाने में हो रही थी.

होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (Honda Cars India Limited) ने उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में अपना कारखाना बंद कर दिया है. कंपनी ने बयान जारी कर इस बारे में सूचित किया है. होंडा ने कहा कि 1997 में अस्तित्व में आये प्लांट में उत्पादन बंद करने का निर्णय मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों को पुनर्गठित करने के प्रयास का हिस्सा है. ग्रेटर नोएडा कारखाना बंद होने के साथ देश में होंडा की सीआर-वी और सिविक कारों का उत्पादन भी थम गया है. दोनों मॉडल की मैन्युफैक्चरिंग इसी कारखाने में हो रही थी.

कंपनी ने कहा है कि हालांकि हेड ऑफिस के सभी कामकाज, इंडिया रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर और ऑटोमोबाइल के लिए वेयरहाउस समेत स्पेयर पार्ट्स ऑपरेशंस, टूव्हीलर व पावर प्रॉडक्ट बिजनेस ग्रेटर नोएडा से संचालित होते रहेंगे.

टापुकारा प्लांट में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियां करेगी सुदृढ़

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एचसीआईएल ने यह भी कहा, ‘उत्पादन और आपूर्ति श्रृंखला की क्षमता का लाभ उठाकर परिचालन को टिकाऊ बनाने के लिये कंपनी ने घरेलू बिक्री व निर्यात को लेकर राजस्थान के टापुकारा में तत्काल प्रभाव से वाहनों और कल-पुर्जों के लिये मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों को सुदृढ़ करने का निर्णय किया है.’ होंडा के ग्रेटर नोएडा प्लांट की स्थापित उत्पादन क्षमता एक लाख यूनिट सालाना है. दूसरी तरफ, टापुकारा कारखाने की क्षमता 1.8 लाख यूनिट सालाना है. राजस्थान स्थित इस कारखाने में करीब 5,500 कर्मचारी कार्यरत हैं.

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मौजूदा बाजार स्थिति अनिश्चित

एचसीआईएल के प्रेसिडेंट व सीईओ गाकु नाकानिशी ने कहा, ‘पिछले तीन महीनों से बिक्री में तेजी के बावजूद, कुल मिलाकर उद्योग के लिये मौजूदा बाजार स्थिति अनिश्चित बनी हुई है. कोविड-19 प्रभाव ने हमें अपनी स्थिति सुदृढ़ करने के लिये मजबूर किया है और इसे हासिल करने के लिये एचसीआईएल ने टापुकारा कारखाने को एकीकृत बनाकर मैन्युफैक्चरिंग गतिविधियों को मजबूत बनाने का फैसला किया है.’ उन्होंने कहा कि कंपनी का भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती को लेकर भरोसा बना हुआ है और बाजार के तेजी से पटरी पर आने की उम्मीद है. भारत होंडा की वैश्विक रणनीति के तहत एक महत्वपूर्ण बाजार है और एचसीआईएल भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन समेत अपनी सबसे अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी वाला मॉडल लाने को लेकर प्रतिबद्ध है.’

Honda Cars India