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ग्लोबल एनसीएपी के हालिया क्रैश टेस्ट में दोनों मॉडल को बच्चों की सुरक्षा के लिए ‘शून्य’ स्टार दिया गया है.
Global NCAP Crash Tests: गाडियों के सुरक्षा की जांच करने वाली एंजेसी ग्लोबल एनसीएपी (Global NCAP) ने मंगलवार को मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) के पापुलर मॉडल- ‘वैगनआर’ (WagonR) और ‘ऑल्टो के10’(Alto K10) को क्रैश टेस्ट के बाद वयस्कों की सुरक्षा के लिए क्रमश: एक और दो स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है.
ग्लोबल एनसीएपी के हालिया क्रैश टेस्ट में दोनों मॉडल को बच्चों की सुरक्षा के लिए ‘शून्य’ स्टार दिया गया है. मारुति ने कहा है कि कंपनी के वाहन देश के दुर्घटना सुरक्षा नियमनों को पूरा करते हैं. ये नियमन यूरोप के मानकों के अनुरूप हैं.
अधिक रेटिंग वाले वाहन हैं सुरक्षित
ग्लोबल एनसीएपी किसी वाहन को उनकी सुरक्षा खूबियों के आधार पर 0 से 5 तक की रेटिंग देती है. ऊंची रेटिंग वाले वाहनों को लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है. ग्लोबल एनसीएपी के नवीनतम परीक्षण के मुताबिक Alto K10 ने सामने से दुर्घटना होने पर बालिग व्यक्ति की छाती से सिर तक चोट के मामले में मामूली से स्थिर प्रदर्शन किया. लेकिन बगल से टक्कर होने पर छाती पर चोट के मामले में इसकी सुरक्षा कमजोर है.
मारुति की WagonR ने दुर्घटना की स्थिति में चालक की छाती पर चोट लगने के मामले में कमजोर प्रदर्शन किया. ग्लोबल एनसीएपी के महासचिव एलेजांद्रो फुरास ने कहा कि हम भारतीय वाहन विनिर्माताओं और कुछ वैश्विक वाहन कंपनियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया पाकर खुश हैं. हालांकि कुछ सीमित सुधार हुआ है. हमने अभी तक सबसे लोकप्रिय मारुति सुजुकी मॉडल में इस सुरक्षा प्रतिबद्धता को नहीं पाया है.
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यूरोप के अनुरूप है भारतीय दुर्घटना सुरक्षा नियम: मारुति सुजुकी प्रवक्ता
ग्लोबल एनसीएपी महासचिव ने कहा कि यह देखते हुए कि भारत में बेचे जाने वाले नए मॉडल के लिए 6 एयरबैग एक अनिवार्यता है. हालांकि, मारुति सुजुकी के लोकप्रिय मॉडल में इस तरह की सुरक्षा प्रतिबद्धता देखने को नहीं मिलती है. इस बारे में संपर्क करने पर मारुति सुजुकी के प्रवक्ता ने पीटीआई-भाषा से कहा कि सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसलिए दुनियाभर की सरकारें इसको लेकर नियमन बना रही हैं, क्योंकि उनके ऊपर अपने नागरिकों की सुरक्षा का दायित्व है. प्रवक्ता ने कहा कि मारुति के लिए भी सुरक्षा हमेशा शीर्ष प्राथमिकता रही है. भारत के दुर्घटना सुरक्षा नियम लगभग यूरोप के मानकों के समान हैं. हमारे सभी मॉडल इन नियमों को पूरा करते हैं और भारत सरकार द्वारा प्रमाणित हैं.