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Total operating income of Maruti Suzuki dived 79% from the previous year to just Rs 4,106 crore.
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कोरोनावायरस महामारी (coronavirus pandemic) ने ऑटो मैन्युफैक्चरर मारुति सुजुकी इंडिया (MSI) को जोरदार झटका दिया है. महामारी के चलते चालू वित्त वर्ष की पहली यानी अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी को 249.4 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ है. 2003 में कंपनी की लिस्टिंग के बाद यह पहला मामला है जब कंपनी को तिमाही नुकसान हुआ है. कंपनी ने बयान जारी कर बताया कि पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसे 1,435.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था.
कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार, समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की शुद्ध बिक्री घटकर 3,677.5 करोड़ रुपये रह गई, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 18,735.2 करोड़ रुपये दर्ज की गई थी. कंपनी ने बताया कि चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में उसने 76,599 वाहन बेचे. इसमें से कंपनी ने घरेलू बाजार में 67,027 यूनिट की बिक्री की, जबकि 9572 यूनिट का निर्यात किया. पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में मारुति ने 4,02,594 वाहन बेचे थे.
कोविड-19 लॉकडाउन ने तोड़ दी कमर
मारुति सुजुकी का कहना है कि कोविड-19 महामारी के कारण जून तिमाही उसके अप्रत्याशित साबित हुई. इस अवधि में लॉकडाउन के कारण अधिकांश समय जीरो प्रोडक्शन हुआ और बिक्री भी शून्य रही.मई में बहुत सीमित मात्रा में उत्पादन और बिक्री शुरू हुई है.
एमएसआई का कहना है कि उसकी पहली प्राथमिकता अपने सभी कर्मचारियों और वैल्यू चेन से जुड़े लोगों का स्वास्थ्य और सुरक्षा थी. इनमें ग्राहक भी शामिल थे. इसलिए कंपनी ने सेफ्टी प्रोटोकॉल्स डिजाइन किए. जून तिमाही का उत्पादन नियमित कामकाज के दो हफ्तों के बराबर था. इसलिए कंपनी के तिमाही नतीजों को इस संदर्भ में देखा जाना चाहिए.