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गौरव गुप्ता, CCO, MG Motor India
ऑटो इंडस्ट्री अब कोरोना वायरस महामारी से उबरकर ट्रैक पर आ रही है. कोविड19 के हालात कुछ हद तक नियंत्रित होने के बाद अब ऑटो सेक्टर रफ्तार पकड़ रहा है. देश्या में डिमांड अब जोर पकड़ रही है. ऐसे में ब्रिटिश कार कंपनी एमजी मोटर (MG Motor) भारतीय कार बाजार को लेकर काफी गंभीर है. कंपनी इस साल कुछ नई लॉन्चिंग के साथ प्रोडक्शन कैपेसिटी बढ़ाने पर फोकस कर रही है. कंपनी ग्राहकों को एडवांस्ड टेक्नोलॉजी से लैस प्रॉडक्ट्स उपलब्ध कराना चाहती है. साथ ही देश में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने पर भी काम कर रही है. 2021 की शुरुआत कंपनी ने हेक्टर एसयूवी के अपडेटेड वर्जन और 7 सीटर हेक्टर प्लस के साथ की है. आगे भी कंपनी ने एक नए मॉडल को उतारने का प्लान बनाया हुआ है.
नए साल 2021 में MG मोटर की भारतीय बाजार में नई कार लॉन्चिंग, एक्सपेंशन, निवेश आदि को लेकर क्या प्लानिंग है, इन्हीं सब मुद्दों पर फाइनेंशियल एक्सप्रेस हिंदी (ऑनलाइन) ने MG मोटर इंडिया के चीफ कमर्शियल ऑफिसर गौरव गुप्ता से बातचीत की. पेश हैं इस बातचीत के प्रमुख अंश:
भारत में अभी तक लॉन्च हुए MG के हर मॉडल में कनेक्टेड कार फीचर्स दिए गए. क्या आगे भी यह ट्रेंड जारी रहेगा?
एमजी मोटर्स का फोकस हमेशा से कनेक्टेड, ऑटोनोमस, शेयर्ड और इलेक्ट्रिक यानी 'CASE' पर रहा है. एमजी की भारत में लॉन्च हुई हर कार में इंटरनेट की मौजूदगी है. भारत में एमजी मोटर की पहली गाड़ी हेक्टर एसयूवी देश की पहली कनेक्टेड कार थी. कंपनी की दूसरी कार एमजी जेडएस इलेक्ट्रिक कार रही, जिसमें इंटरनेट फीचर्स और इलेक्ट्रिक दोनों टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ. तीसरी लॉन्चिंग ग्लॉस्टर भारत की पहली ऑटोनोमस लेवल 1 एसयूवी है. इसमें ऑटोनोमस फीचर्स प्लस इंटरनेट भी है. हेक्टर का अपडेटेड वर्जन 2021 हेक्टर भी इंटरनेट फीचर्स से लैस है. कह सकते हैं कि इंटरनेट एमजी कारों का अहम और अनिवार्य फीचर है, जिस पर कंपनी आगे भी फोकस रखेगी.
MG भारत में नए इनोवेशंस के साथ आगे बढ़ रही है. आगे हम कंपनी के प्रॉडक्ट्स में और क्या इंडस्ट्री फर्स्ट या सेगमेंट फर्स्ट इनोवेशंस या फीचर्स देखेंगे?
18 माह में एमजी अपनी चारों टेक्नोलॉजी भारत में ला चुकी है. इलेक्ट्रिक, इंटरनेट यानी कनेक्टेड व ट्रू कनेक्टेड, ऑटोनोमस लेवल कार लॉन्च हो चुकी हैं. शेयर्ड मोबिलिटी में MG माइल्स के साथ मिलकर काम कर रही है. आगे भी कंपनी जो कारें भारत में उतारेगी, उनमें टेक्नोलॉजी पर फोकस बना रहेगा.
2021 में नई लॉन्चिंग को लेकर क्या प्लान है?
2021 की शुरुआत के साथ कंपनी ने हेक्टर का 2021 मॉडल और इसका 7 सीटर वर्जन लॉन्च किया है. 2021 की दूसरी छमाही में भारत में एक मिड साइज एसयूवी लॉन्च करने का एमजी का प्लान है. इसकी कीमत 10-15 लाख रुपये के बीच में रह सकती है. इसके अलावा कंपनी अपने पोर्टफोलियो में मौजूद मॉडल्स में रेगुलर अपडेट्स करती रहेगी.
कोविड19 महामारी के समय में जिन सेक्टर को बड़ा झटका लगा, उनमें आटो सेक्टर भी है. 2021 में हालात कितने बेहतर होते दिखाई दे रहे हैं?
कोविड हालात कुछ हद तक नियंत्रित होने के बाद अगस्त 2020 से ऑटो सेक्टर ने रफ्तार पकड़नी शुरू की. अगस्त माह में ग्रोथ 20 फीसदी थी, जबकि दिसंबर 2020 में यह ग्रोथ 18 फीसदी रही. ऑटो इंडस्ट्री ट्रैक पर लौट रही है और उम्मीद की जा रही है कि ग्रोथ का यह ट्रेंड बना रहे. ऑटो इंडस्ट्री को वैक्सीन विकसित होने की खबरों, स्टॉक मार्केट की लिक्विडिटी से सहारा मिलने और ग्रोथ का ट्रेंड बना रहने की उम्मीद है.
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MG का भारत में मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी और शोरूम्स के विस्तार को लेकर क्या प्लान है?
हलोल, गुजरात में स्थित एमजी मोटर के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में उत्पादन क्षमता 80000 यूनिट्स सालाना से बढ़ाकर 1-1.25 लाख यूनिट सालाना करने पर काम चल रहा है. इसी पर कंपनी निवेश कर रही है. जहां तक शोरूम्स की बात है तो एमजी के भारत में 250 से अधिक सेंटर्स हैं. कंपनी की योजना 2021 में इन्हें बढ़ाकर 300 से अधिक करने की है.
कॉन्टैक्टलेस कार बाइंग का ट्रेंड शुरू हुआ है. रिटेल शोरूम्स को इसकी वजह से नुकसान या नौकरियां जाने का संकट है?
कॉन्टैक्टलैस कार बाइंग की शुरुआत भारत में सबसे पहले MG ने की थी. कॉन्टैक्टलेस कार बाइंग पॉपुलर हो रही है लेकिन इससे शोरूम की बिक्री टीम के घटने या नौकरियों पर संकट छाने की आशंका नहीं है. उल्टा कॉन्टैक्टलेस कार बाइंग से इफीशिएंसी बढ़ती है. बिक्री टीम ज्यादा बेहतर तरीके से ग्राहकों से बातचीत कर सकते हैं, ग्राहक अपनी सहूलियत के आधार पर वक्त निकालकर गाड़ी के फीचर्स व अन्य डिटेल्स को जान सकता है, वर्चुअली एक्सपीरियंस कर सकता है. अगर कोई सवाल है तो कंपनी के शोरूम पर मौजूद लोगों से ऑनलाइन लाइव बातचीत कर सकता है.
डिजिटली कार खरीद भले ही पॉपुलर और नया ट्रेंड हो लेकिन ऑटो सेक्टर में गाड़ी को छूकर, उसे चलाकर उसके बारे में जानना बेहद मायने रखता है. इसलिए डिजिटल बिक्री से शोरूम्स की पैठ खत्म हो सकती है, ऐसा नहीं है. ऑफलाइन और ऑनलाइन बिक्री दोनों का कॉम्बिनेशन बना रहेगा और इससे ग्राहक के लिए कार खरीद का अनुभव और अच्छा होगा.
भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट में क्या MG और लॉन्चिंग करने वाली है?
भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट ग्रो कर रहा है. 2019 में भारत के इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में 1000 गाड़ियां भी नहीं बिकी थीं लेकिन 2020 में लगभग 4500 गाड़ियां बिकी हैं. इस बिक्री में एमजी जेडएस ईवी की हिस्सेदारी लगभग 1200 यूनिट्स की थी. लिहाजा कहा जा सकता है कि कंपनी की इलेक्ट्रिक कार को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. एमजी जेडएस ईवी के लिए दिसंबर माह में 200 से ज्यादा यूनिट्स की बुकिंग मिली थी.
जेडएस ईवी की अच्छी डिमांड को देखते हुए हमने देश में चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश किया है. सुपर चार्जर्स स्थापित करने के लिए कंपनी ने विभिन्न साझेदारियां की हैं. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध होने से ग्राहकों में इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने को लेकर आत्मविश्वास पैदा होगा. एमजी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की बैटरी की रिसाइक्लिंग के लिए भी काफी साझेदारियां की हैं. छोटे चार्जर्स के लिए कंपनी ने डेल्टा व एक्सीकॉन के साथ टाई अप किया है. इस तरह कंपनी का पूरा फोकस इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए इकोसिस्टम विकसित करने पर रहा है. एमजी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर काफी ध्यान देती है और आगे चलकर कंपनी निश्चित रूप से भारतीय बाजार में और इलेक्ट्रिक कारों की लॉन्चिंग करेगी.
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MG Gloster भारत की पहली ऑटोनोमस लेवल 1 SUVहै. इसे लेकर भारतीय मार्केट में कस्टमर्स का रिस्पॉन्स कैसा है और इस टेक्नोलॉजी का भारत में क्या भविष्य देखते हैं?
एमजी ग्लॉस्टर को लेकर प्रतिक्रया अच्छी रही है, जिससे कंपनी का ऑटोनोमस कार सेगमेंट को लेकर कॉन्फिडेंस बढ़ा है. इसके लॉन्च होने के बाद पहले ही महीने में 2000 बुकिंग आईं. दिसंबर आखिर तक इसकी लगभग 3500 बुकिंग हो चुकी हैं. अपने सेगमेंट में एमजी ग्लॉस्टर ने काफी पैठ बना ली है. भारत में टेक्नोलॉजी का भविष्य अच्छा है लेकिन ऑटोनोमस लेवल्स के आगे बढ़ने में वक्त लगेगा. इस टेक्नोलॉजी की ग्रोथ के लिए फास्ट कनेक्टिविटी बेहद जरूरी है. इस वक्त भारत में ऑटोनोमस कारों के मामले में लेवल 1 कारें बेस्ट हैं और एमजी को खुशी है कि वह इस टेक्नोलॉजी को उपलब्ध कराने वाली देश में पहली कंपनी है.
देश में रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर कंपनी क्या सोच रखती है?
एमजी हमेशा से आत्मनिर्भरता पर जोर देने वाली रही है. कंपनी के तीन पिलर्स टेक्नोलॉजी, इंप्लॉयमेंट डायवर्सिटी हैं. एमजी अपने प्लांट, डीलरशिप्स और सप्लायर्स के जरिए रोजगार उपलब्ध करा रही है. टेक्नोलॉजी पर कंपनी फोकस्ड है. डायवर्सिटी की बात करें तो कंपनी के प्लांट में कुल वर्कफोर्स में से 31-32 फीसदी महिलाएं हैं. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर कंपनी का बेहद फोकस रहा है.