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पेट्रोलियम मंत्री का कहना है कि इन सीएनजी बसों को प्रायोगिक आधार पर चलाया जा रहा है. जल्द इन्हें कॉमर्शियली भी शुरू किया जाएगा. (Image: dpradhanbjp)
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यदि आप अभी तक यही सोच रहे हैं कि CNG बस से लंबी दूरी का सफर नहीं किया जा सकता है, तो शायद आप गलत हैं. भारत में अब ऐसी CNG बस आ गई है, जिसका टैंक एक बार फुल कर दिया जाए तो 1,000 किमी की दूरी आसानी से तय की जा सकती हैं. यानी, इस बस के सीएनजी सिलिंडर फुल होने पर आप दिल्ली से कमोबेश पटना तक की दूरी आसानी से तय कर लेंगे. दिल्ली से पटना की रोड के जरिए दूरी करीब 1054 किमी है.
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस व इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने हाल ही में भारत की लंबी दूरी तय करने वाली पहली सीएनजी बस लॉन्च की. इस तरह की बसें आने से जहां इकोफ्रेंडली पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम डेवपल किया जा सकेगा. वहीं सीएनजी को देश में लंबी दूरी के ट्रांसपोर्टेशन का पर्यावरण-अनुकूल विकल्प तैयार किया जा सकता है. पेट्रोलियम मंत्री का कहना है कि इन सीएनजी बसों को प्रायोगिक आधार पर चलाया जा रहा है. जल्द ही इन्हें कॉमर्शियल रूप से भी शुरू किया जाएगा.
CNG बस से कैसे संभव है लंबी दूरी?
- दरअसल, लंबी दूरी की सीएनजी बसें तैयार करने के लिए कम्पोजिट सीएनजी सिलिंडर का इस्तेमाल किया जाता है.इन सिलिंडर के एक बार भरे जाने पर करीब 1,000 किमी की दूरी लंबी दूरी आसानी से तय की जा सकती है.
- इन्द्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) ने इस परियोजना को शुरू किया है. लंबी दूरी की सीएनजी बसों में आधुनिक डिजाइन वाले टाइप-IV कम्पोजिट सिलिंडरों के इस्तेमाल हुआ है.
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- ये सिलिंडर परंपरागत सीएनजी बसों में लगाए जाने वाले टाइप-I कार्बन स्टील सिलेंडरों से काफी उन्नत हैं. टाइप-I कार्बन स्टील काफी भारी होते हैं.
राजधानी के चारों ओर ग्रीन कॉरिडोर
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के चारों ओर ग्रीन कॉरिडोर बनाना चाहती है. जिसके तहत यहां से लेकर चंडीगढ़, देहरादून, आगरा और जयपुर तक सीएनजी बसें चलेंगी.
बता दें, फिलहाल दिल्ली-एनसीआर में 500 से भी अधिक सीएनजी सेंटर हैं और पाइप के जरिए लगभग 12 लाख प्राकृतिक गैस कनेक्शन दिए गए हैं. एनसीआर में रोजाना 1,000 से भी अधिक पीएनजी कनेक्शन दिए जा रहे हैं.