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India’s trade deficit widened further by $4 billion to a touch a new all-time high of $30 billion in July.
फेस्टिव सीजन से पहले चिप सप्लाई में सुधार से ऑटो इंडस्ट्री को बड़ी राहत मिली. सप्लाई सुधरने के चलते कंपनियों का प्रोडक्शन बढ़ा और पिछले महीने जुलाई में यात्री गाड़ियों की थोक बिक्री में 11 फीसदी की उछाल रही. ऑटो डीलर्स बॉडी सियाम (SIAM) द्वारा आज 12 अगस्त को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने पैसेंजर व्हीकल्स की ओवरऑल थोक बिक्री सालाना आधार पर 2,64,442 से उछलकर 2,93,865 पर पहुंच गई.
SIAM ने जारी किए थोक बिक्री के आंकड़े
- सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (SIAM) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले महीने दुकानदारों के पास 10 फीसदी अधिक पैसेंजर कार भेजे गए. पिछले साल जुलाई 2021 में दुकानदारों को 1,30,080 पैसेंजर कार भेजी गई थी जो पिछले महीने सालाना आधार पर बढ़कर 1,43,522 पर पहुंच गया.
- यूटिलिटी व्हीकल्स की बिक्री सालाना आधार पर 11 फीसदी की उछाल के साथ 1,24,057 यूनिट्स से 1,37,104 यूनिट्स पर पहुंच गई.
- वैन की थोक बिक्री सालाना आधार पर 10,305 यूनिट्स से 13,239 यूनिट्स पर पहुंच गई.
- दोपहिया गाड़ियों की थोक बिक्री भी सालाना आधार पर 10 फीसदी की उछाल के साथ जुलाई 2022 में 13,81,303 यूनिट्स रही. पिछले महीने डीलर्स के पास भेजे गए स्कूटर्स की संख्या 3,73,695 से बढ़कर 4,79,159 यूनिट्स पर पहुंच गई. इसी प्रकार मोटरसाइकिल की थोक बिक्री भी सालाना आधार पर 8,37,166 यूनिट्स से बढ़कर 8,70,028 यूनिट्स पर पहुंच गई.
- तिपहिया गाड़ियों की थोक बिक्री 18132 से बढ़कर 31324 यूनिट्स पर पहुंच गई.
अभी भी रिकवर नहीं हुआ है मार्केट
सियाम के डीजी राजेश मेनन का कहना है कि एंट्री-लेवल की पैसैंजर कारें, दोपहिया गाड़ियों और तिपहिया गाड़ियों का बाजार अभी भी पूरी तरह से उबरा नहीं है. मेनन के मुताबिक जुलाई 2022 में दोपहिया वाहनों की बिक्री जुलाई 2016 की तुलना में अभी भी कम है. इसके अलावा तिपहिया गाड़ियों की बिक्री जुलाई 2006 की तुलना में पिछले महीने अभी भी कम रही. मेनन का कहना है कि रेपो रेट में उछाल के बाद ऑटो लोन महंगा हो गया जिसके चलते अब एंट्री-लेवल गाड़ियों को रिकवर होने में और दिक्कत होगी. मेनन के मुताबिक पिछले महीने पैसेंजर व्हीकल्स की थोक बिक्री में उछाल सप्लाई चेन में सुधार के चलते रही.
(इनपुट: पीटीआई)