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Auto Sales Data: देश में गाड़ियों की बिक्री के आंकड़े ऑटो इंडस्ट्री के हालात में सुधार के संकेत दे रहे हैं. पिछले महीने देश में पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री 40 फीसदी बढ़ गई, जिससे सेमीकंडक्टर चिप्स की उपलब्धता में सुधार के संकेत मिल रहे हैं. हालांकि ऑटो डीलर बॉडी फाडा (FADA) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना महामारी का असर अभी पूरी तरह गया नहीं है और ओवरऑल बिक्री पिछले महीने जून 2019 के मुकाबले 9 फीसदी कम रही.
ऑटो डीलर्स के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) के मुताबिक जून 2022 में 2,60,683 पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री हुई जबकि पिछले साल की समान अवधि में 1,85,998 पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री हुई थी. यानी जून 2022 में पैसेंजर व्हीकल्स की बिक्री में सालाना आधार पर 40 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
चिप की उपलब्धता आसान होने के संकेत
फाडा के प्रेसिडेंट विंकेश गुलाटी ने कहा कि यात्री गाड़ियों की रिटेल बिक्री में ग्रोथ लगातार जारी रही. इससे चिप की उपलब्धता आसान होने के संकेत मिल रहे हैं. हालांकि चिप की किल्लत के चलते एसयूवी और एमयूवी सेगमेंट में वेटिंग पीरियड अब भी ज्यादा बना हुआ है. लंबे वेटिंग पीरियड के बावजूद नई गाड़ियों की बुकिंग में तेजी बनी हुई है, जो कंज्यूमर डिमांड के लिहाज से स्थिति बेहतर बने रहने का संकेत है.
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कॉमर्शियल गाड़ियों की भी बिक्री में उछाल
दोपहिया गाड़ियों की बात करें तो पिछले महीने इसकी खुदरा बिक्री में सालाना आधार पर 20 फीसदी का उछाल रहा है. जून में 11,19,096 टू-व्हीलर्स की बिक्री हुई. हालांकि गुलाटी के मुताबिक बढ़ती महंगाई, गाड़ियों के बढ़ते दामों के चलते दोपहिया गाड़ियों की बिक्री में तेजी उम्मीद से कम रही. कॉमर्शियल गाड़ियों की बात करें तो पिछले महीने इनकी बिक्री में 89 फीसदी का उछाल रहा और 67,696 गाड़ियां बिकीं. थ्री-व्हीलर यानी तिपहिया गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन जून 2022 में सालाना आधार पर 14,735 से बढ़कर 46,040 पर पहुंच गया.
ट्रैक्टर की खुदरा बिक्री भी जून 2022 में 10 फीसदी उछलकर 57,340 यूनिट्स पर पहुंच गई. ओवरऑल बात करें तो खुदरा बिक्री सालाना आधार पर 27 फीसदी बढ़कर 12,19,657 से 15,50,855 यूनिट्स पर पहुंच गई. हालांकि गुलाटी के मुताबिक अगर कोरोना के पहले की बिक्री से तुलना करें तो पिछले महीने जून 2019 के मुकाबले ओवरऑल बिक्री 9 फीसदी गिरी है.
(Input: PTI)