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Toyota Fortuner Flexy Fuel Car: वैश्विक स्तर पर टोयोटा अपने फ्लेक्स फ्यूल लाइनअप का विस्तार करना चाह रही है. (फोटो एक्सप्रेस ड्राइव)
कार बनाने वाली जापान की कंपनी टोयोटा ने हाल ही में इंडोनेशिया में आयोजित एक मोटर शो (2023 GIIAS- Gaikindo Indonesia International Auto Show) में अपनी फॉर्च्यूनर (Fortuner) का फ्लेक्स फ्यूल वर्जन पेश किया. पिछले साल टोयोटा ने फ्लेक्स फ्यूल इंजन से चलने वाली कोरोला हाइब्रिड (Corolla Hybrid) को शोकेस (वाहन की झलक) किया था. यह कार ब्राजील में पहले से ही बिक रही है. कंपनी ने इस प्रोटोटाइप को भारतीय बाज़ार में सिर्फ एक केस स्टडी के तौर पर लेकर आई थी. कंपनी बीते कुछ समय से फ्लेक्स फ्यूल वाहनों पर काम कर रही है. लेकिन अब तक इस प्रोजेक्ट से कंपनी को कुछ बड़ी कामयाबी नहीं मिल सकी है.
फ्लेक्स फ्यूल लाइनअप का विस्तार चाहती है टोयोटा
भारत सरकार फ्लेक्स फ्यूल के इस्तेमाल से चलने वाली कारों पर जोर दे रही है. लेकिन इस दिशा में ऑटो निर्माता कंपनियों के हाथ बड़ी कामयाबी नहीं लग सकी है. वैश्विक स्तर पर देखें तो टोयोटा अपने फ्लेक्स फ्यूल लाइनअप का विस्तार करना चाह रही है. कंपनी द्वारा इंडोनेशिया मोटर शो में फॉर्च्यूनर (Fortuner) के फ्लेक्स फ्यूल वर्जन की पहली झलक पेश की गई. बता दें कि पेट्रोल में एथेनॉल या मेथेनॉल जैसे एल्कोहल (एक प्रकार का केमिकल) मिलाकर फ्लेक्स फ्यूल तैयार किया जाता है. इसे अल्कोहल आधारित फ्यूल के नाम से भी जाना जाता है.
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फ्लेक्स फ्यूल कार है इको-फ्रेंडली
टोयोटा फॉर्च्यूनर एनवायरमेंट के प्रति सतर्क रहने से जुड़ा नहीं है, बड़े साइज की फॉर्च्यूनर SUV के फ्लेक्स फ्यूल वर्जन को इको-फ्रेंडली होने का श्रेय जाता है. इसे फॉर्च्यूनर फ्लेक्सी फ्यूल ई-100'(‘Fortuner Flexy Fuel E-100) के नाम से भी जाना जाता है. इसमें फ्लेक्स फ्यूल इंजन मिलता है जो 100% बायोएथेनॉल के इस्तेमाल से चलता है. बायो एथेनॉल न सिर्फ पारंपरिक जीवाश्म ईंधन यानी फॉसिल फ्यूल (fossil fuels) की तुलना में इक्रो-फ्रेंडली है, बल्कि पेट्रोल फ्यूल के मुकाबले इसका ऑक्टेन वैल्यू भी अधिक है.