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Image: Reuters
ब्रिटेन ने साल 2030 से पेट्रोल और डीजल से चलने वाली नई कारों की बिक्री प्रतिबंधित करने का फैसला किया है. यह बात ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कही है. बोरिस जॉनसन ने यह प्रतिबद्धता ग्रीन इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन के लिए योजनाओं के हिस्से के तौर पर जताई है. उनका कहना है कि इस रिवाल्यूशन से एनर्जी, ट्रान्सपोर्ट और टेक्नोलॉजी में 2.5 लाख तक नौकरियों का सृजन होगा.
सरकार का कहना है कि नई पेट्रोल और डीजल कारों व वैन की बिक्री 2030 से बंद हो जाएंगी. पहले ऐसा 2040 से होने वाला था. वहीं हाइब्रिड व्हीकल्स 2035 तक बिकते रह सकते हैं. ऑटोमेकर्स ने सरकार के इस फैसले को लेकर चिंता जताई है. उनका कहना है कि पहले 2040 से यह पेट्रोल-डीजल कारों की बिक्री बंद करने का फैसला ही महत्वाकांक्षी था.
ग्रीन प्लान्स में क्या-क्या शामिल
ब्रिटेन की सरकार के ग्रीन प्लान्स में हाइड्रोजन एनर्जी व कार्बन कैप्चर टेक्नोलॉजी में निवेश भी शामिल है. इसके अलावा 2030 से यूके के हर घर में बिजली सप्लाई के लिए पर्याप्त विंड एनर्जी पैदा करने की महत्वाकांक्षा और न्यूक्लियर पावर प्लांट्स की नई जनरेशन भी शामिल है. पर्यावरण की दिशा में ये योजनाएं कोविड19 महामारी से लगे झटके और यूरोपीय यूनियन से ब्रिटने के बाहर होने से आगे बढ़ने की जॉनसन की कोशिशों का हिस्सा है. इसके अलावा वह मध्य व उत्तरी इंग्लैंड के संघर्षरत इंडस्ट्रियल इलाकों में नई नौकरियां भी लाना चाहते हैं.
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