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Volkswagen 2.0: SUV सेगमेंट पर बड़ा दांव लगा रही है फॉक्सवैगन, 2025 तक 3% मार्केट शेयर का लक्ष्य

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर फॉक्सवैगन का कहना है कि इलेक्ट्रिक इंडिया में काफी नया है. हम वेट एंड वॉच कर रहे हैं क्योंकि फॉक्सवैगन भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में आएगी तो पूरे इकोसिस्टम के साथ आएगी.

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर फॉक्सवैगन का कहना है कि इलेक्ट्रिक इंडिया में काफी नया है. हम वेट एंड वॉच कर रहे हैं क्योंकि फॉक्सवैगन भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में आएगी तो पूरे इकोसिस्टम के साथ आएगी.

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Ashutosh Ojha
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Volkswagen s Indian 2.0 plan detail German Car manufacturer to launch 4 SUV in next one year first one Tiguan will enter by Q2FY21

फॉक्सवैगन का कहना है कि स्क्रैप पॉलिसी पुरानी गाड़ी को डिस्पोज करने का सिस्टम देगी, इससे नई गाड़ियों के लिए बाजार तैयार होगा.

Volkswagen s Indian 2.0 plan detail German Car manufacturer to launch 4 SUV in next one year first one Tiguan will enter by Q2FY21 फॉक्सवैगन का कहना है कि स्क्रैप पॉलिसी पुरानी गाड़ी को डिस्पोज करने का सिस्टम देगी, इससे नई गाड़ियों के लिए बाजार तैयार होगा.

ऑटोमोबाइल मार्केट में प्रीमियम इमेज रखने वाली फॉक्सवैगन (Volkswagen) नए सिरे से भारतीय बाजार में एंट्री को तैयार है. कंपनी ने इस प्रोजेक्ट को 'फॉक्सवैगन इंडिया 2.0' नाम दिया है. इसके तहत, फॉक्सवैगन ने SUV सेगमेंट को टारगेट किया है और अगले एक साल में कंपनी इस कैटेगरी में 4 नए मॉडल लॉन्च करेगी. पहला मॉडल 'Tiguan' 2020-21 की दूसरी तिमाही मार्केट में आ जाएगा. कंपनी का कहना है कि टाइगून (Volkswagen) की सीधी टक्कर भारतीय बाजार में Hyundai Creta और Kia Seltos से होगी. कंपनी का कहना है कि अगले 5 साल में वह 3 फीसदी मार्केट शेयर हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है.

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फॉक्सवैगन पैसेंजर कार के सेल्स हेड आशीष गुप्ता ने 'फाइनेंशियल एक्सप्रेस हिंदी ऑनलाइन' से खास बातचीत में कहा कि स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (SUV) सेगमेंट दुनियाभर में तेजी से बढ़ रहा है. एसयूवी का ग्लोबल मार्केट में शेयर 10 साल पहले 5 फीसदी था. आज यह करीब 30 फीसदी तक पहुंच चुका है और अगले 5 साल में एसयूवी कारों का मार्केट शेयर 45 फीसदी हो जाएगा.

गुप्ता का कहना है, भारत ही नहीं पूरे ग्लोबल मार्केट में यह ट्रेंड. ऐसे में फॉक्सवैगन भी इसी स्ट्रैटजी के तहत भारत में भी आगे बढ़ रही है. 2020-21 में हम 4 एसयूवी भारतीय बाजार में ला रहे हैं. इनमें तीन मॉडल टाइगून, टीरॉक और स्पेस को हमने फाइनल कर दिया है. जल्द ही चौथे एसयूवी मॉडल की जानकारी भी देंगे. गुप्ता का कहना है कि हमारी पोजिशनिंग ही प्रीमियम है. हम चाहते हैं कि यही हमारा स्पेस रहे. ये हमारी स्ट्रेंथ है. ये हम उसको मेन्टेन रखना चाहते हैं. हमारी पोजिशनिंग क्लियर है.

ग्लोबल स्केल पर है आल न्यू फॉक्सवैगन' 

आशीष गुप्ता का कहना है कि फॉक्सवैगन 2.0 सिर्फ भारत के लिए नहीं है. 'आल न्यू फॉक्सवैगन' ग्लोबल स्केल पर है. अपनी पहचान चेंज कर रहे हैं. कलरफुल, वाइब्रेंट थीम के साथ हम फ्यूचर में हम लीड लेना चाहते हैं. अभी दुनिया में हम 65 लाख कारें सालाना बेच रहे हैं. इलेक्ट्रिक में भी हम निवेश कर रहे हैं. दुनिया कनेक्टेड कार की तरफ जा रही है तो हम उस तरफ भी जाना चाहते हैं. भारत में फॉक्सवैगन 2.0 के पहले राउंड के तहत हम 8,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रहे हैं. हमारा पहले से यहां 16 हजार करोड़ का निवेश है. देशभर में फॉक्सवैगन के करीब 120 डीलर हैं.

इलेक्ट्रिक में पूरे इकोस्टिम के साथ आएंगे

इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को लेकर फॉक्सवैगन की तैयारी के बारे में आशीष गुप्ता का कहना है कि इलेक्ट्रिक इंडिया में काफी नया है. हमारे पास वल्र्डवाइड रेंज हैं. हम वेट एंड वॉच कर रहे हैं क्योंकि फॉक्सवैगन भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में आएगी तो पूरे इकोसिस्टम के साथ आएगी. हम सिर्फ गाड़ी के साथ नहीं आएंगे. चार्जिंग कैसे हो रही है, इलेक्ट्रिकसिटी कहां से आ रही है. चार्जिंग स्टेशन हैं कि नहीं, कस्टमर को सर्विस ठीक से मिल रही है कि नहीं, इन सभी चीजों को हम ध्यान में रखेंगे. फ्यूचर फ्यूल मोबिलिटी के बारे में उनका कहना है, 'फ्यूचर इज बैटरी इलेक्ट्रिक एंड नेक्स्ट फ्यूचर ही हाइड्रोजन सेल'.

5 साल में भारत टॉप 3 मार्केट होगा

फॉक्सवैगन की सेल्स ग्रोथ और स्ट्रैटजी को लेकर आशीष गुप्ता का साफतौर पर कहना है कि भारत में हम वॉल्यूम गेम में नहीं हैं. हमें अपनी जगह पता है. जहां तक मार्केट शेयर की बात है तो फिलहाल 1.2 फीसदी है, जोकि पिछले साल से ज्यादा है. हमने अभी इस साल का प्रोजेक्शन नहीं किया है. 2025 तक 3 फीसदी मार्केट शेयर की बात कर रहे हैं. भारत में ऑटोमोबाइल मार्केट के लिए अभी ज्यादा स्पेस है. अगले 5 साल की बात करें तो भारत दुनिया का टॉप 3 ऑटोमोबाइल मार्केट हो जाएगा. चीन और अमेरिका के बाद भारत तीसरा सबसे बड़ा बाजार बनेगा.

स्क्रैप पॉलिसी से नई कारों का स्पेस खड़ा होगा

भारत में स्क्रैप पॉलिसी के बारे में फॉक्सवैगन इंडिया के सेल्स हेड का कहना है कि पूरी इंडस्ट्री स्क्रैप पॉलिसी के पक्ष में है. इससे नई कारों के लिए बड़ा स्पेस खड़ा होगा. अभी दिक्कत यह है कि हमारे पास पुरानी गाड़ियों के लिए कोई आउटलेट नहीं है. स्क्रैप पॉलिसी सबसे बड़ा काम यह करेगी कि पुरानी गाड़ी को डिस्पोज करने का सिस्टम देगी, इससे नई गाड़ियों के लिए नया बाजार तैयार होगा. निश्चित तौर पर यह इंडस्ट्री के लिए बेहतर रहेगा.