/financial-express-hindi/media/post_banners/IVycmbF5sgjejZRQFDQ0.jpg)
ओला की इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली Ola Future Factory पूरी तरह महिलाएं संचालित कर रही हैं और इसमें 10 हजार से अधिक महिलाओं को काम पर रखा जाएगा.
Women Empowerment: भारतीय अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ रही है और अब यह एक नए स्टेज पर पहुंच गया है. ओला की इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली Ola Future Factory पूरी तरह महिलाएं संचालित कर रही हैं और इसमें 10 हजार से अधिक महिलाओं को काम पर रखा जाएगा. ओला के सह-संस्थापक और भावीश अग्रवाल (Bhavish Aggarwal) ने सोमवार 13 सितंबर को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. अग्रवाल ने ट्वीट में लिखा है कि आत्मनिर्भर भारत को आत्मनिर्भर महिलाओं की जरूरत है और उन्हें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि ओला फ्यूचरफैक्ट्री पूरी तरह से 10 हजार से अधिक महिलाएं संचालित करेंगी. यह दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री होगी जिसमें सिर्फ महिलाएं काम करती हों.
ओला के को-फाउंडर अग्रवाल ने एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें इस फैक्ट्री में काम करने वाली महिलाओं को फीचर किया गया है. फैक्ट्री में करीब 10 हजार महिलाओं को काम पर रखा जाएगा जिसमें से कुछ लोगों को रोजगार दिया जा चुका है और उन्हें वीडियो में फीचर किया गया है. अग्रवाल ने इसे लेकर एक ब्लॉग लिखा है जिसके मुताबिक यह दुनिया की सबसे बड़ी और इकलौती ऑटो मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी होगी जिसमें सिर्फ महिलाएं ही कार्यरत हों. अग्रवाल ने अपने ट्वीट में लिखा है कि भारतीय महिलाएं भारत से दुनिया में ईवी (इलेक्ट्रिक वेहिकल) क्रांति लाएंगी. जब महिलाएं देश की आर्थिक तेजी में समान हिस्सेदारी निभाएंगी तो भारत दुनिया को लीड करेगा.
Aatmanirbhar Bharat requires Aatmanirbhar women!
Proud to share that the Ola Futurefactory will be run ENTIRELY by women, 10,000+ at full scale! It’ll be the largest all-women factory in the world!!????
Met our first batch, inspiring to see their passion!https://t.co/ukO7aYI5Hhpic.twitter.com/7WSNmflKsd
— Bhavish Aggarwal (@bhash) September 13, 2021
महिलाओं को रोजगार मिले तो जीडीपी 27% से बढ़ सकती है
अग्रवाल के मुताबिक महिलाओं को रोजगार के मौके दिए जाने से न सिर्फ उनके व उनके परिवार की जिंदगी बेहतर होगी बल्कि यह पूरे समुदाय के लिए सकारात्मक होगा. एक अध्ययन के मुताबिक अगर महिलाओं को रोजगार के मौके दिए जाएं तो भारत की जीडीपी 27 फीसदी की दर से बढ़त सकती है. अग्रवाल के मुताबिक अभी आधी आबादी (महिलाओं) की मैन्यूफैक्चरिंग में महज 12 फीसदी हिस्सेदारी है. ऐसे में भारत को दुनिया का मैन्यूफैक्चरिंग हब बनाने के लिए महिलाओं की स्किल बढ़ानी होगी और उन्हें रोजगार के मौके उपलब्ध कराने होंगे.
प्लांट में 1 करोड़ यूनिट बनाने की क्षमता
ओला ने पिछले साल 2400 करोड़ रुपये के निवेश से तमिलानाडु में पहली इलेक्ट्रिक स्कूटर फैक्ट्री खोलने का ऐलान किया था. कंपनी के दावे के मुताबिक यह दुनिया की सबसे बड़ी स्कूटर मैन्यूफैक्चरिंग फैसिलिटी है. कंपनी ने कहा था कि वह पहले सालाना 10 लाख स्कूटर का उत्पादन करेगी और फिर इसे बाजार मांग के मुताबिक 20 लाख तक बढ़ाया जाएगा. हालांकि फैक्ट्री तैयार होने के बाद कंपनी ने दावा किया कि प्लांट में सालाना 1 करोड़ यूनिट बनाने की क्षमता होगी जोकि दुनिया भर में कुल दोपहिया उत्पादन का करीब 15 फीसदी है. इसके बाद कंपनी ने 15 अगस्त को 99999 रुपये में ओला एस1 और 1,29,999 रुपये में ओला एस1 प्रो को पहली बार सबके सामने पेश किया था. इन दोनों इलेक्ट्रिक स्कूटर की प्राइस में FAME II subsidy शामिल है लेकिन राज्य की सब्सिडी नहीं. इनकी बिक्री 8 सितंबर से शुरू होनी थी लेकिन इसे तकनीकी कारणों के चलते 15 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया.