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टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने पिछले महीने कहा था कि उनकी कंपनी किसी भी ऐसी जगह मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट नहीं बनाएगी जहां इसे पहले सेल एंड सर्विस की मंजूरी नहीं मिलती है. (Image- Reuters)
Tesla in India: इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली दिग्गज कंपनी टेस्ला (Tesla) की भारत में एंट्री को लेकर एक बार फिर अनिश्चितता की स्थिति दिख रही है. ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत में टेस्ला को लाने के लिए जोर-शोर से कोशिशें कर रहे प्रमुख एग्जेक्यूटिव मनुज खुराना ने इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफा टेस्ला द्वारा भारत में प्रवेश की योजना को होल्ड पर रखने के कुछ हफ्ते बाद आया है. दो सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है.
टेस्ला के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क (Elon Musk) ने पिछले महीने ट्विटर पर कहा था कि उनकी कंपनी किसी भी ऐसी जगह मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट नहीं बनाएगी जहां इसे पहले सेल एंड सर्विस की मंजूरी नहीं मिलती है. कंपनी ने अब अपना फोकस दक्षिण-पूर्व एशिया में निकिल की अधिक उपलब्धता वाले देश इंडोनेशिया पर शिफ्ट कर दिया है जहां यह बैट्री से जुड़े निवेश करेगी. इसके अलावा थाईलैंड में भी फोकस शिफ्ट हुआ है जहां इसने हाल ही में अपनी कारों को बेचने के लिए लोकल यूनिट के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराया है.
कौन हैं मनोज खुराना?
खुराना को पिछले साल मार्च 2021 में भारत में टेस्ला के पॉलिसी एंड बिजनेस डेवलपमेंट एग्जेक्यूटिव के तौर पर रखा गया था. उन्होंने भारत में टेस्ला के प्रवेश को लेकर योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाया था. खुराना ने एक साल से अधिक समय तक भारत सरकार की लॉबीइंग की यानी की लगातार अपने संपर्क का इस्तेमाल कर अपनी मांगों को मनवाने का प्रयास किया. खुराना ने इलेक्ट्रिक कारों पर इंपोर्ट टैक्स को 100 फीसदी से घटाकर 40 फीसदी किए जाने की पुरजोर कोशिशें की लेकिन सफल नहीं हो सके.
इसलिए सफल नहीं हो सकी Tesla
टेस्ला कोशिश कर रही थी कि इंपोर्ट टैक्स घटने के बाद वह भारत में निवेश से पहले चीन जैसे प्रोडक्शन हब से कारों को आयात करेगी और यहां के बाजार में संभावनाओं को तलाशेगी. हालांकि मोदी सरकार ने जोर दिया कि पहले टेस्ला भारत में कार बनाए और फिर किसी छूट की उम्मीद करे. कोई सहमति न बनती देखकर टेस्ला ने भारत में प्रवेश की अपनी योजना स्थगित कर अपनी भारतीय टीम को रीएसाइन किया और शोरूम के लिए जगहों की तलाश करना बंद कर दिया.
(Input: Reuters)