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नई दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में स्थित केंद्रीय वित्त मंत्रालय के मुख्यालय में शनिवार को पारंपरिक हलवा सेरेमनी हुई. (Image: Finance Ministry Twitter)
Halwa Ceremony ahead Budget 2021: नई दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में स्थित केंद्रीय वित्त मंत्रालय के मुख्यालय में शनिवार को पारंपरिक हलवा सेरेमनी हुई. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री अनराग ठाकुर भी इस सेरेमनी में शामिल हुए. सेरेमनी से केंद्र सरकार के बजट दस्तावेज की प्रिंटिंग की प्रक्रिया शुरू होती है, लेकिन 2021-22 का केंद्रीय बजट पहली बार 1 फरवरी को पेपरलेस फॉर्म में होगा. यह परंपरा कई साल पुरानी है, जिसमें एक बड़ी कढ़ाई में मीठी डिश को तैयार किया जाता है और मंत्रालय के पूरे स्टाफ को परोसा जाता है.
इस मौके पर, सीतारमण ने केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया है. इससे सांसद और आम नागरिक भी आसानी से मुफ्त में बजट को एक्सेस कर सकेंगे. वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि मोबाइल ऐप की मदद से 14 केंद्रीय बजट के दस्तावेजों का पूरा एक्सेस मिलता है जिसमें सालाना वित्तीय स्टेमेंट (जिसे आम तौर पर बजट कहते हैं), डिमांड फॉर ग्रांट, फाइनेंस बिल आदि शामिल हैं.
कोरोना के कारण प्रिंट नहीं होगा बजट और इकोनॉमिक सर्वे
इस साल बजट पर कोरोना महामारी का असर पड़ा है. कोरोना संक्रमण के चलते बजट को प्रिंट नहीं किया जाएगा. इसके अलावा इकोनॉमिक सर्वे के भी नहीं प्रिंट किया जाएगा. आजादी के बाद पहली बार देश के बजट की फिजिकल कॉपीज सांसदों को नहीं दी जाएंगी. इसकी जगह बजट और आर्थिक सर्वे की सॉफ्ट कॉपी शेयर की जाएंगी.
इकोनॉमिक सर्वे को सदन में 29 जनवरी को पेश किया जाएगा. मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जानकारी दी कि बजट सत्र का पहला हिस्सा 29 जनवरी से 15 फरवरी तक चलेगा और दूसरा हिस्सा 8 मार्च से 8 अप्रैल तक चलेगा. राज्यसभा सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक और लोकसभा शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक चलेगी. सभी सांसदों से बजट सत्र से पहले आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने का अनुरोध किया गया है.
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बजट तक कर्मियों को बाहर निकलने की इजाजत नहीं
हलवा सेरेमनी शुरू होने के बाद उन सभी कर्मियों को, जो बजट बनाने की प्रक्रिया के हिस्सा हैं, उन्हें नॉर्थ ब्लॉक के बेसमेंट में रहना होता है. इन सभी लोगों को तब तक वहां रहना होता है, जब तक वित्त मंत्री सदन में बजट न पेश कर दें. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि सालाना बजट पेश होने से पहले उससे जुड़ी कोई बात सार्वजिनक न हो जाए. बजट प्रिंट होने, सील होने और बजट के दिन इसे पेश होने तक वित्त मंत्रालय के करीब 100 कर्मचारी बेसमेंट में ही रहते हैं.