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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को पहले से बिल्कुल अलग केंद्रीय बजट का वादा किया. (File Pic)
Indian Union Budget 2021-22: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को पहले से बिल्कुल अलग केंद्रीय बजट का वादा किया. सरकार महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को काबू और ग्रोथ को बढ़ावा देना चाहती है. जहां स्वास्थ्य, मेडिकल रिसर्च और डेवलपमेंट (R&D) और टेलिमेडिसिन के लिए बेहतर स्किल को विकसित करना महत्वपूर्ण रहेगा. वहीं, इसके साथ ही रोजगार की चुनौतियों को नई दृष्टि से देखना होगा जिसके साथ वोकेशनल ट्रेनिंग और स्किल डेवलपमेंट पर नया नजरिया जरूरी होगा.
लोगों से राय भेजने को कहा
सीतारमण ने CII पार्टनरशिप समिट 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग मुझे इनपुट भेजें जिससे हम ऐसा बजट देख सकें जैसा एक तरीके से, पहले कभी नहीं देखा गया हो. भारत के 100 सालों में ऐसे महामारी के बाद बजट तैयार होते नहीं देखा गया होगा. और यह मुमकिन नहीं है, जब तक मुझे आपके इनपुट और मांगे नहीं मिलती हैं, इसे लेकर साफ राय कि आपको इस चुनौती में किसने रखा है.... इसके बिना मेरे लिए यह मेरे लिए असंभव होगा कि ऐसा बजट ड्राफ्ट करना हो पहले से बिल्कुल अलग है, बजट जिसे एक महामारी के बाद बनाया जा रहा है.
भारत बनेगा ग्लोबल ग्रोथ का इंजन: सीतारमण
2021-22 के केंद्रीय बजट को संसद में 1 फरवरी 2021 को पेश किया जाना है. मंत्री ने कहा कि ग्रोथ के रिवाइवल के लिए उन क्षेत्रों को सपोर्ट देना होगा जिनमें कोविड-19 महामारी की वजह से बुरी तरह रूकावट आई है. इसके साथ वे क्षेत्र जो अब नई मांग के केंद्र और ग्रोथ के नए इंजन होने जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत के पास अच्छी ग्रोथ और अर्थव्यवस्था के विकास के लिए जो अपना आकार, आबादी और क्षमता है, उसे देखते हुए, वे यह कहने में संकोच नहीं करेंगी कि हम कुछ दूसरे देशों के साथ वैश्विक ग्रोथ का इंजन होंगे. हम वैश्विक अर्थव्यवस्था के रिवाइवल में बड़ा योगदान करेंगे.
इसके आगे सीतारमण ने कहा कि एक तरफ इंफ्रास्ट्रक्चर को ज्यादा फंड उपलब्ध कराते हुए, यह महत्वपूर्ण होगा कि न केवल इमारतों और अस्पतालों के लिए निजी पार्टनरशिप को लाया जाए, बल्कि इन अस्पतालों को चलाने के लिए क्षमताओं को भी उपलब्ध कराया जाए.