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Budget Month Stock Market Return: बजट से पहले जनवरी में सेंसेक्सै ने अबतक करीब 18 फीसदी रिटर्न दिया है.
Indian Union Budget 2021-22: सेंसेक्स बजट वाले मंथ यानी जनवरी 2021 में अपने रिकॉर्ड हाई से करीब 1700 अंक भले ही कमजोर हुआ है, लेकिन इस महीने अबतक इसमें करीब 7600 अंकों की तेजी आ चुकी है. 31 दिसंबर 2020 को सेंसेक्स 40723 के स्तर पर बंद हुआ था जो पिछले कारोबारी दिन 48347 पर बंद हुआ. यानी अबतक इस माह में सेंसेक्स 18 फीसदी मजबूत हुआ है. जबकि पिछले बीते 11 साल की बात करें तो 2018 में सेंसेक्स ने सबसे ज्यादा 5.6 फीसदी रिटर्न दिया था. बजट के पहले इस बार बाजार सेंटीमेंट मजबूत थे, जिसका फायदा निवेशकों को मिला है. जानते हैं कि पिछले 11 साल में बजट वाले महीने में बाजार ने कैसा प्रदर्शन किया है.
जनवरी में बाजार ने बनाया इतिहास
बजट मंथ अबतक शेयर बाजार के लिए इस बार बेहद शानदार रहा है. 21 जनवरी को सेंसेक्स ने पहली बार 50 हजार का स्तर पार किया और 50184 के लेवल तक पहुंच गया. निफ्टी भी पहली बार 14750 के पार निकलने में कामयाब रहा. हालांकि 21 जनवरी के बाद बाजार में कुछ प्रॉफिट बुकिंग आई है, लेकिन अभी भी इस महीने बाजार का प्रदर्शन अच्छा रहा है. वहीं एक्सपर्ट मानते हैं कि बजट के पहले करेक्शन बाजार के लिए बेहतर है. अगर बजट में कुछ मजबूत ट्रिगर मिलता है तो यह तेली आगे भी बनी रहेगी.
पिछले 11 साल में 7 बार बजट मंथ में गिरावट
2010 से 2020 के बीच की बात करें तो 11 बार बजट पेश हुआ है. इन 11 में से 7 बार सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट रही है.
बजट मंथ में सेंसेक्स का रिटर्न: साल 2020 में 1 फरवरी को बजट पेश हुआ था. उस दौरान 1 महीने में सेंसेक्स में 1.28 फीसदी की गिरावट रही थी. साल 2019 में 5 जून से 5 जुलाई के बीच सेंसेक्स 0.04 फीसदी कमजोर हुआ था. 2018 में 1 जनवरी से 1 फरवरी के बीच इसमें 5.6 फीसदी तेजी आई. 2017 में बजट मंथ में 4 फीसदी तेजी रही. 2016 में सेंसेक्स बजट मंथ में 6.1 फीसदी कमजोर हुआ तो 2015 में 1.15 फीसदी कमजोरी आई. 2014 में 10 जून से 10 जुलाई के बीच यह 0.54 फीसदी टूटा. 2010, 2011 और 2013 में भी इसमें 2 फीसदी, 3 फीसदी और 3.5 फीसदी गिरावट रही, जबकि 2012 में तेजी रही.
बजट मंथ में निफ्टी का रिटर्न: साल 2020 में 1 जनवरी से 1 फरवरी 2020 के बीच निफ्टी में 1.09 फीसदी की गिरावट रही. 5 जून 2019 से 5 जुलाई 2019 के बीच यह 0.46 फीसदी टूटा. 1 जनवरी 2018 से 1 फरवरी 2018 के बीच इसमें 5 फीसदी तेजी रही. 1 जनवरी 2017 से 1 फरवरी 2017 के बीच इसमें 4.58 फीसदी तेजी रही है. साल 2016 में इसमें 5.30 फीसदी की गिरावट रही तो 2015 में 0.80 फीसदी की गिरावट रही. 10 जून 2014 से 10 जुलाई 2014 के बीच इसमें 0.90 फीसदी की कमजोरी रही है. 2013 में यह 4.5 फीसदी टूटा तो 2012 में 2.73 फीसदी की गिरावट रही. 2011 में बजट मंथ में इंडेक्स 6.5 फीसदी तो 2010 में 3 फीसदी गिरावट रही है.
2021 में बजट मंथ में क्यों आई तेजी
इस साल बजट के पहले कोरोना वैक्सीन आ जाने और वैक्सीनेशन शुरू होने से बाजार सेंटीमेंट मजबूत हुए. वहीं विदेशी निवेशकों ने भी बाजार में रिकॉर्ड निवेश किया, जिससे लिक्विडिटी की चिंता दूर हुई. वहीं जनवरी महीने में कॉरपोरेट अर्निंग बेहतर दिख रही है. कंपनियों के मुनाफे और मार्जिन में सुधार से निवेशक बाजार में पैसा लगा रहे हैं. दिसंबर में जीएसटी कलेक्शन रिकॉर्ड 1.15 लाख करोड़ के रिकॉर्ड स्तर पर चला गया. वहीं ब्याज दर लगातार कम बना हुआ है. आरबीआई ने आने वाले महीनों में महंगाई घटने का अनुमान लगाया है. रूरल सेंटीमेंट मजबूत हैं. देश की मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटी में ग्रोथ बेहतर हुई है.