scorecardresearch

Union Budget 2023: अब रिस्‍क के आधार पर होगा KYC, एक ही पोर्टल पर मिलेगा पूरा डाटा, बजट में बड़ा एलान

Know Your Customer: आने वाले दिनों में रिस्क के आधार पर केवाईसी प्रोसेस होगा. अभी केवाईसी की 'सबके लिए एक जैसी' व्यवस्था लागू है.

Know Your Customer: आने वाले दिनों में रिस्क के आधार पर केवाईसी प्रोसेस होगा. अभी केवाईसी की 'सबके लिए एक जैसी' व्यवस्था लागू है.

author-image
FE Hindi Desk
New Update
Union Budget 2023: अब रिस्‍क के आधार पर होगा KYC, एक ही पोर्टल पर मिलेगा पूरा डाटा, बजट में बड़ा एलान

Budget 2023: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में KYC Process पर बड़ा एलान किया है.

Union Budget 2023 on KYC Process: वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में नो योर कस्‍टमर प्रॉसेस यानी KYC Process (Know Your Customer) को लेकर बड़ा एलान किया है. सरकार ने KYC प्रोसेस को आसान बनाने का लक्ष्य रखा है. आने वाले दिनों में रिस्क के आधार पर केवाईसी प्रोसेस होगा. अभी केवाईसी की 'सबके लिए एक जैसी' व्यवस्था लागू है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में डिजिलॉकर सेवा के जरिए पहचान और पते को अपडेट करने के लिए 'एक जगह समाधान' पेश करने का भी प्रस्ताव रखा है.

नियमों में किया जाएगा बदलाव

वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार बैंकिंग कंपनीज एक्ट, RBI एक्ट, IFSC एक्ट में बदलाव करेगी. इसके अलावा, यह प्रावधान भी लाया जाएगा कि IFSC में खुले बैंकों का विदेशी बैंक अधिग्रहण कर सकेंगे. वित्तमंत्री ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि "KYC प्रोसेस को 'one size fits all' के अप्रोच के बजाय 'रिस्क के आधार' पर आसान किया जाएगा. फाइनेंशियल सेक्टर के रेगुलेटर्स को इसके लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, ताकि वो डिजिटल इंडिया की जरूरतों को पूरा करने के लिए KYC प्रोसेस डेवलप करें.

PAN का साझा पहचानकर्ता के रूप में इस्तेमाल

Advertisment

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह घोषणा भी की कि व्यावसायिक प्रतिष्ठान सरकारी एजेंसियों की डिजिटल प्रणाली के लिए पैन को साझा पहचानकर्ता के रूप में इस्तेमाल कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि KYC प्रक्रिया को सरल बनाते हुए इसे 'सभी के लिए एक जैसा' के बजाय 'जोखिम आधारित' नजरिया वाला बनाया जाएगा.

उन्होंने कहा कि विभिन्न सरकारी एजेंसियों, नियामकों और विनियमित संस्थाओं द्वारा जारी किए गए व्यक्तियों की पहचान और पते के मिलान और उन्हें अपडेट करने के लिए एक जगह समाधान उपलब्ध कराया जाएगा. इसे डिजिलॉकर सेवा और आधार को मूलभूत पहचान के रूप में इस्तेमाल करके स्थापित किया जाएगा.

क्या है डिजिलॉकर

डिजिलॉकर डिजिटल इंडिया के तहत एक महत्वपूर्ण पहल और भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य भारत को डिजिटल रूप से सशक्त बनाना है. डिजीलॉकर नागरिकों को पब्लिक क्लाउड पर एक सुरक्षित डॉक्यूमेंटेशन एक्सेस प्लेटफार्म प्रदान करने के डिजिटल इंडिया के विजन सेक्‍टर से जुड़ा है. इस सुविधा के तहत आपको ऑनलाइन क्लाउड सर्विस मिलती है, जिसकी मदद से आपको अपने डॉक्यूमेंटेशन के लिए डॉक्यूमेंट साथ रखकर चलने की जरूरत नहीं है. इस एप में आप आधार से लेकर ड्राइविंग लाइसेंस और मार्कशीट तक सेव कर सकते हैं.

Digital India Kyc Aadhaar Union Budget 2023 Rbi