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बिडिंग राउंड के तहत नीलामी प्रक्रिया पूरी होने के बाद देश का करीब 88 फीसदी हिस्सा सीजीडी (सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन) नेटवर्क के विकास के लिए अधिकृत हो जाएगा. (File Photo- Reuters)
उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल समेत पांच राज्यों के कुछ जिलों में वाहनों को सीएनजी और घरों को पाइपलाइन के जरिए रसोई गैस की खुदरा बिक्री के लिए सात कंपनियों ने 21 बोलियां दाखिल की हैं. यह जानकारी पेट्रोलियम एंड नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड (PNGRB) ने दी है. पीएनजीआरबी ने 11ए सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन बिड राउंड में पांच राज्यों के 27 से अधिक जिलों में पांच जियोग्राफिकल एरियाज (GA) का ऑफर दिया है. इन पांचों जीए के लिए बोलियां 6 अप्रैल को मिली थी और हर एक इलाके में एक से अधिक बोलियां हासिल हुई हैं.
हालांकि तेल व गैस नियामक पीएनजीआरबी ने बोली लगाने वाली कंपनियों के नाम का खुलासा नहीं किया है. इससे पहले गैस बिडिंग में इस साल जनवरी 2022 में 52 जीए के लिए अडाणी टोटल गैस ने 14 के लिए गैस अधिकार हासिल किए थे जबकि हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रा को 13 औ इंडियन ऑयल को 8 जीए के गैस राइट्स मिले थे.
इन इलाकों में बिक्री के लिए लग रही बोली
11ए बिड राउंड में जिन पांच राज्यों के पांच जीए में बिडिंग चल रही है, उसमें एक राज्य उत्तर प्रदेश के एक जीए में लखीमपुर खीरी, सीतापुर, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज जिला शामिल है. बिहार का बांका व दुमका और झारखंड का गोड्डा और साहिबगंज जिला दूसरे जीए में है. तीसरे भौगोलिक इलाके (जीए) में पश्चिम बंगाल के बीरभूम, मुर्शिदाबादा, मालदा और दक्षिण दिनाजपुर जिला है. चौथे जीए में छत्तीसगढ़ के कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर और सुरगुजा जिलों को रखा गया है तो पांचवे जीए में छत्तीसगढ़ के कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, नारायणपुर, बीजापुर और दंतेवाड़ा को रखा गया है. बिडिंग में एक और जीए को शामिल किया है और इसकी बिडिंग 10 मई को होगी. छठे जीए में पुडुचेरी के यनम को रखा गया है.
98 फीसदी इस्तेमाल कर सकेंगे प्राकृतिक गैस
बिडिंग राउंड के तहत नीलामी प्रक्रिया पूरी होने के बाद देश का करीब 88 फीसदी हिस्सा सीजीडी (सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन) नेटवर्क के विकास के लिए अधिकृत हो जाएगा. सीजीडी का मतलब प्राकृतिक गैस को पाइपलाइन के नेटवर्क के जरिए घरेलू, कॉमर्शियल या इंडस्ट्रियस और ट्रांसपोर्ट सेक्टर्स के ग्राहकों तक पहुंचाना है. मौजूदा नीलामी प्रक्रिया पूरी होने के बाद देश के करीब 98 फीसदी लोगों को प्राकृतिक गैस का एक्सेस मिलेगा.
(Input: PTI)