/financial-express-hindi/media/post_banners/XjVji7eLqPEPfjuH7VJr.jpg)
UIDAI लोगों को ई-केवाईसी की सुविधा देता है.
/financial-express-hindi/media/post_attachments/yeYNCKLY7x5GfPWLNhxh.jpg)
अगर आप म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना चाहते हैं, तो इसके लिए आप घर बैठकर अपना KYC कर सकते हैं. यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) लोगों को ई-केवाईसी की सुविधा देता है. आधार कार्डधारक इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें अपनी जानकारी को प्रमाणित करने के लिए आपको फिजिकल फॉर्म में दस्तावेजों को जमा करने की जरूरत नहीं होगी. मौजूदा व्यवस्था के भीतर, UIDAI आधार ऑथेंटिकेशन और पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी दोनों की सुविधा देता है.
ऑनलाइन आधार ऑथेंटिकेशन के स्टेप्स
- ग्राहक बैंक अधिकारी को अपना आधार कार्ड देता है.
- बायोमेट्रिक स्कैनर ग्राहक का फिंगरप्रिंट या रेटिनल इमेज स्कैन करता है. इसके अलावा मोबाइल ओटीपी ऑथेंटिकेशन भी उपलब्ध हैं.
- बायोमेट्रिक के बाद, वैल्यू को UIDAI तक सर्वर द्वारा भेजा जाता है.
- उसके बाद यह देखा जाता है कि बायोमेट्रिक की वैल्यू डेटाबेस में मौजूद आधार नंबर की जानकारी से मेल खाती है या नहीं.
- अगर वैल्यू मेल खाती है, तो यह मान लिया जाता है कि व्यक्ति की पहचान में कुछ संदेह करने वाला नहीं है.
- वेरिफिकेशन के बाद UIDAI उसकी सभी जानकारी बैंक या एजेंट को उपलब्ध कराता है.
आधार और PAN कार्ड की नहीं दी जानकारी, गंवानी पड़ेगी साल की 20 फीसदी कमाई
आधार ऑफलाइन ई-केवाईसी
आधार पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी में कार्ड धारक को अपने आधार की फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं है और उसकी जगह KYC XML फाइल को डाउनलोड करना होता है और उसे एजेंसी को अपने केवाईसी के लिए देना होता है. इस XML फाइल में UIDAI का डिजिटल हस्ताक्षर होता है जिससे इसकी सत्यता को वेरिफाई किया जा सकता है और किसी छेड़छाड़ को भी पकड़ा जा सकता है. एजेंसी OTP या फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए भी प्रमाणिकता की जांच कर सकती है.
ऑफलाइन ई-केवाईसी डेटा में व्यक्ति का नाम, उसका डाउनलोड रेफरेंस नंबर, घर का पता, फोटो, लिंग, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर, ई-मेल दिया होगा.
ऑफलाइन ई-केवाईसी के स्टेप्स
- मौजूदा आधार कार्डधारकों को पेपरलेस ई-केवाईसी के लिए सबसे पहले UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट https://uidai.gov.in/ पर जाना होगा.
- आधार पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी फॉर्म को डाउनलोड करना होगा. फॉर्म को भरने के बाद उसे जमा करना होगा.
- जानकारी को XML फाइल के तौर पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध कराया जाएगा, जिस पर UIDAI के डिजिटल हस्ताक्षर होगा.
- डाउनलोड करने के बाद ऑफलाइन ई-केवाईसी डेटा को आपको संबंधित एजेंसी के साथ शेयर करना होगा. इसे फिजिकल फॉर्मेट या डिजिटल किसी भी रूप में शेयर किया जा सकता है.
ई-केवाईसी के फायदे
eKYC के कई फायदे हैं. यह कागजी कार्रवाई की प्रक्रिया को खत्म कर देता है, जिसके कारण पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता होती है. ग्राहकों को अपने दस्तावेजों की कई प्रतियाँ प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं है. इसके अलावा इसमें धोखाधड़ी और चोरी की संभावना भी कम हो जाती है. फिजिकल केवाईसी प्रक्रिया में 5-7 दिन लगते हैं, जबकि यह कुछ मिनट में हो जाता है. ईकेवाईसी से म्यूचुअल फंड की ओर खासतौर से युवाओं का रूझान बढ़ेगा क्योंकि यह बेहद आसानी से और कम समय में हो जाता है.