/financial-express-hindi/media/post_banners/NU4PzD74dqlKsBNSIotj.jpg)
अडाणी की कंपनी को गंगा एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट के बड़े हिस्से का ठेका
पिछले कुछ वर्षों के दौरान देश के सबसे तेज़ रफ्तार से तरक्की करने वाले उद्योग समूह अडाणी ग्रुप को यूपी के गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट का बहुत बड़ा ठेका मिला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के 80 फीसदी हिस्से को बनाने का ठेका गुजरात ही नहीं अब देश के प्रमुख उद्योगपति बन चुके गौतम अडाणी के समूह की फ्लैगशिप कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) को दिया गया है. कंपनी ने कहा है कि इसे उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (UPEIDA) से इस परियोजना के तीन बड़े हिस्से को विकसित करने ठेका मिला है.
एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट पर खर्च होंगे 17 हजार करोड़ रुपये
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट पर 17 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसके साथ ही यह किसी प्राइवेट कंपनी को पीपीपी मॉडल के तहत दी जाने वाली देश की सबसे बड़ी एक्सप्रेसवे परियोजना है. AEL राज्य में एक्सेस कंट्रोल्ड सिक्स लेन एक्सप्रेसवे के तीन हिस्से बनाएगी. बाद में इसका विस्तार करके इसे आठ लेन का किया जाएगा. इसमें 30 साल का कंसेशन पीरियड (Concession Period) शामिल है.
Income Tax Return Filling : ITR फाइल करते समय न करें ये गलतियां, वरना पड़ सकता है भारी
80 फीसदी हिस्सा डेवलप करेगी अडाणी की कंपनी
गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट मेरठ से प्रयागराज तक लंबा है. यह देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा. यह परियोजना डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट और ट्रांसफर मॉडल यानी DBFOT मॉडल पर होगा. कंपनी की तरफ से जारी बयान के मुताबिक कुल 594 किलोमीटर लंबे गंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट का बदायूं से प्रयागराज तक का 464 किलोमीटर हिस्सा बनाने का ठेका उसे मिला है. यानी पूरे प्रोजेक्ट का 80 फीसदी हिस्सा अडाणी ग्रुप की कंपनी बनाएगी. पिछले कुछ साल के दौरान AEL ने देश में इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में अपने बिजनेस का काफी विस्तार किया है.