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MSCI delays index weighting changes: अडानी ग्रुप की दो कंपनियों के वेटेज को घटाने का फैसला फौरन लागू नहीं किया जाएगा. ये एलान MSCI ने किया है. (File Photo)
MSCI delays index weighting changes for Adani Total Gas and Adani Transmission : अडानी ग्रुप की दो कंपनियों के वेटेज घटाने का फैसला फौरन लागू नहीं किया जाएगा. ये एलान मॉर्गन स्टेनली कैपिटल इंटरनेशनल यानी MSCI ने किया है. अडानी समूह की जिन कंपनियों के वेटेज में बदलाव के फैसले को अभी टाल दिया गया है, वे हैं अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission). पहले इन दोनों कंपनियों के वेटेज में बदलाव को 1 मार्च से लागू किया जाना था, लेकिन अब इस पर मई तक अमल नहीं किया जाएगा. MSCI ने कहा है कि उसने यह फैसला संभावित दोहराव से जुड़े मसलों (potential replicability issues) को ध्यान में रखते हुए किया है. लेकिन ये अब भी साफ नहीं है कि उसके रुख में अचानक ये बदलाव क्यों किया?
हिंडनबर्ग रिपोर्ट से अडानी ग्रुप के शेयरों को झटका
अडानी ग्रुप की दो अन्य कंपनियों - अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) और एसीसी (ACC) के वेटेज में किए गए बदलाव पहले की तरह ही 1 मार्च से लागू हो जाएंगे. MSCI ने अडानी समूह की कई कंपनियों के फ्री-फ्लोट और वेटेज में कटौती का फैसला हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट सामने आने के कुछ दिनों बाद किया था. फरवरी में अपने इंडेक्स की समीक्षा (index review) करते हुए MSCI ने कहा था कि उसने अडानी समूह की चार कंपनियों - अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी टोटल गैस, अडानी ट्रांसमिशन और एसीसी का फ्री-फ्लोट घटा दिया है. समूह की बाकी कंपनियों के फ्री-फ्लोट में कोई बदलाव नहीं किया गया था. 30 जनवरी तक इन चारों कंपनियों का MSCI इमर्जिंग मार्केट्स इंडेक्स में कुल मिलाकर 0.4 फीसदी वेटेज था.
हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज कर चुका है अडानी ग्रुप
24 जनवरी को सामने आई हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे, जिनमें वित्तीय हेराफेरी और स्टॉक मैनिपुलेशन यानी शेयरों की कीमतों को गलत ढंग से प्रभावित करने जैसे आरोप शामिल हैं. हालांकि अडानी ग्रुप ने इन सभी आरोपों को गलत बताया, लेकिन उसके शेयरों की कीमतों पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट का असर साफ नजर आया. कुछ अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों ने ग्रुप के बॉन्ड्स को कोलैटरल के तौर पर स्वीकार करने से भी मना कर दिया. कुल मिलाकर माहौल इतना बिगड़ा कि अडानी ग्रुप की कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में भारी गिरावट देखने को मिली.
क्या होगा MSCI के ताजा फैसले का असर
अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas) और अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission) का वेटेज घटाने के फैसले पर अमल टालने का MSCI का ताजा फैसला अडानी ग्रुप को कुछ तात्कालिक राहत दे सकता है. हालांकि MSCI ने अभी अपने फैसले पर अमल को भले ही टाला हो, लेकिन फैसले में बदलाव नहीं किया है. फिर भी इसकी वजह से ग्रुप के बारे में मार्केट सेंटिमेंट में कुछ सुधार आ सकता है.