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अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड एसईजे़ड (APSEZ) 2024 में मैच्योर होने वाले 195 मिलियन डॉलर के बॉन्ड का बायबैक करेगी. (File Photo: Reuters)
Adani Ports to buy back USD 195 mn of bonds: देश के बड़े उद्योगपति गौतम अडानी के ग्रुप की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड एसईजे़ड (Adani Ports and Special Economic Zone - APSEZ) ने एक बार फिर अपने कर्ज की रकम को वक्त से पहले चुकाने का एलान किया है. कंपनी ने कहा है कि वो अपने 2024 में मैच्योर होने वाले 195 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 1622.71 करोड़ रुपये के बॉन्ड की रकम को बायबैक के जरिए समय से पहले चुकाने जा रही है. अडानी पोर्ट्स के ये बॉन्ड 2024 में यानी अगले साल मैच्योर होने हैं, लेकिन कंपनी इसका भुगतान इसी साल कर देगी. अडानी पोर्ट्स का कहना है कि वो यह सारा पैसा अपने कैश रिजर्व से अदा करेगी. APSEZ ने अपने इस फैसले की जानकारी स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में दी है. अडानी ग्रुप की कंपनी के इस कदम का मकसद निवेशकों के भरोसे को बढ़ाना माना जा रहा है.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद निवेशकों का भरोसा जीतने की कोशिश
अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने इस साल जनवरी में अपनी एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर एकाउंटिंग में धांधली करने और विदेशों में मौजूद टैक्स हैवन का इस्तेमाल करके स्टॉक प्राइस मैनुपुलेशन का आरोप लगाया था. अडानी ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया था. फिर भी हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी. उसके बाद से अब तक निवेशकों का भरोसा बहाल करने के लिए अडानी ग्रुप की कंपनियां कई बार अपने कर्जों की वक्त से पहले अदायगी कर चुकी हैं.
26 अक्टूबर तक खुला है बायबैक ऑफर
कंपनी ने बताया है कि इस बायबैक के बाद उसके कुल 520 मिलियन अमेरिकी डॉलर के बॉन्ड में से 325 मिलियन डॉलर के बॉन्ड का भुगतान करना रह जाएगा. APSEZ ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया है कि कंपनी के बोर्ड ने 3.375 परसेंट सीनियर नोट्स की 2024 में बकाया कुल प्रिंसिपल अमाउंट में से 195 मिलियन डॉलर का भुगतान कैश देकर करने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. यह रकम कंपनी की इन सीनियर नोट्स के तहत बकाया कुल रकम के 30 फीसदी के बराबर होगी. कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया है कि बायबैक टेंडर का यह ऑफर 26 अक्टूबर तक खुला है.
मई में भी बायबैक कर चुकी है अडानी पोर्ट्स
इससे पहले कंपनी ने अपने जुलाई 2024 में मैच्योर होने वाले 130 मिलियन डॉलर के बॉन्ड का भुगतान मई 2023 में ही बायबैक के जरिए कर दिया था. इस भुगतान के बाद कंपनी की कुल देनदारी 650 मिलियन डॉलर से घटकर 520 मिलियन डॉलर रह गई थी. उस वक्त कंपनी ने बताया था कि वो अगले 12 महीनों तक हर तिमाही के दौरान अपने बॉन्ड की बकाया रकम के 20-20 फीसदी हिस्से का बायबैक करेगी. कंपनी का मौजूदा एलान बायबैक की उसी प्रक्रिया का दूसरा चरण है. इस बार कंपनी वक्त से पहले 20 फीसदी की जगह 30 फीसदी बकाया भुगतान कर रही है.
अडानी पोर्ट्स ने इन बैंकों को लीड मैनेजर बनाया
APSEZ ने अपने इस बायबैक ऑफर के लिए बार्कलेज़ बैंक (Barclays Bank), स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, डीबीएस बैंक (DBS Bank), एमीराट्स एनबीडी बैंक (Emirates NBD Bank), फर्स्ट अबू धाबी बैंक (First Abu Dhabi Bank), मिजुहो सिक्योरिटीज़ (Mizuho Securities Singapore), MUFG सिक्योरिटीज एशिया और SMBC निक्को सिक्योरिटीज को लीड मैनेजर बनाया है. कंपनी इस ऑफर के तहत रिडीम किए गए सारे बॉन्ड्स पर बायबैक की तारीख तक देय ब्याज का भुगतान भी करेगी.