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गौतम अडाणी ने हाइफा डील की जीत पर खुशी जताते हुए ट्वीट किया कि यह दोनों देशों के लिए रणनीतिक और ऐतिहासिक तौर पर बहुत महत्वपूर्ण है.
अडाणी ग्रुप की पोर्ट कंपनी Adani Ports का इजराइल की एक पोर्ट पर मालिकाना हक हो गया है. अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (APSEZ) और गदोत ग्रुप (Gadot Group) ने इजराइल के हाइफा पोर्ट (Haifa Port) की बिडिंग में विनिंग बिड लगाई. अडाणी पोर्ट्स और गदोत ग्रुप ने ने इस पोर्ट के लिए 118 करोड़ डॉलर (9422 करोड़ रुपये) की बोली लगाई थी.
यह नीलामी वर्ष 2054 तक पोर्ट को निजी हाथों में सौंपने के लिए की गई थी यानी अगले 32 वर्षों तक हाइफा पोर्ट एपीसेज और गदोत ग्रुप के कंसोर्टियम के हाथों में रहेगा. एशिया के सबसे अमीर शख्स गौतम अडाणी ने इस पर खुशी जताते हुए ट्वीट किया कि यह दोनों देशों के लिए रणनीतिक और ऐतिहासिक तौर पर बहुत महत्वपूर्ण है. हाइफा में ब्रिटेन की तरफ से प्रथम विश्व युद्ध में जंग लड़ रहे भारतीय सैनिकों ने वर्ष 1918 में तुर्की के ऑटोमन साम्राज्य को हराकर इतिहास रचा था.
Delighted to win the tender for privatization of the Port of Haifa in Israel with our partner Gadot. Immense strategic and historical significance for both nations! Proud to be in Haifa, where Indians led, in 1918, one of the greatest cavalry charges in military history! pic.twitter.com/Bc1xbe8Olc
— Gautam Adani (@gautam_adani) July 14, 2022
अडाणी पोर्ट्स की इजराइली पोर्ट में 70% हिस्सेदारी
अडाणी ग्रुप की पोर्ट कंपनी ने जानकारी दी कि एपीसेज और गदोत ग्रुप के कंसोर्टियम ने हाइफा पोर्ट कंपनी के 100 फीसदी शेयर यानी पूरी हिस्सेदारी खरीदने की नीलामी जीत लिया है. इस कंसोर्टियम में अडाणी पोर्ट्स की 70 फीसदी हिस्सेदारी है और गदोत ग्रुप की 30 फीसदी हिस्सेदारी है. कंसोर्टियम ने 410 करोड़ निस (इजराइली मुद्रा) यानी 118 करोड़ डॉलर की विनिंग बिड पेश की. अब इस पोर्ट पर कंसोर्टियम का वर्ष 2054 तक मालिकाना हक रहेगा.
यूरोपियन पोर्ट सेक्टर में बढ़ेगा अडाणी पोर्ट्स का दखल
हाइफा पोर्ट की बिड जीतने पर अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन के सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक करण अडाणी ने कहा कि कंपनी को वैश्विक ट्रांसपोर्ट यूटिलिटी में बदलने के लिए यह बड़े कदमों में से एक है. अडाणी पोर्ट्स के मुताबिक इस खरीदारी के जरिए उनकी कंपनी यूरोपियन पोर्ट सेक्टर में अपना दखल बढ़ाएगी. वहीं गदोत के सीईओ ओफेर लिंचेव्स्की का कहना है कि अडाणी की पोर्ट ऑपरेशन को मैनेज करने की विश्व स्तरीय क्षमता और गदोत ग्रुप की हाइफा पोर्ट में कार्गो हैंडल करने की विशेषज्ञता से कंसोर्टियम को फायदा मिलेगा. हाइफा पोर्ट कंपनी इजराइल की दूसरे सबसे बड़े पोर्ट हाइफा पोर्ट का संचालन करती है जो इजराइल का करीब आधा कंटेनर कार्गो हैंडल करती है.
(Input: PTI)