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अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन देश की सबसे बड़ी पोर्ट्स कंपनी है, जिसके देश भर में 13 बंदरगाह हैं.
Adani Ports Financial Results: देश की सबसे बड़ी पोर्ट्स कंपनी अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक ज़ोन ने मंगलवार को अपने वित्तीय नतीजों का एलान कर दिया. जनवरी से मार्च 2021 की तिमाही के दौरान कंपनी का कन्सॉलिडेटेड प्रॉफिट पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 288% बढ़कर 1321 करोड़ हो गया. जनवरी से मार्च 2020 के दौरान कंपनी का कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 340.21 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी ने अपने शेयरधारकों को 5 रुपये प्रति शेयर की दर से डिविडेंड देने का एलान भी किया है.
कंपनी ने बीएसई को दी गई जानकारी में बताया है कि चौथी तिमाही में उसकी कन्सॉलिडेटेड कुल आय बढ़कर 4,072.42 करोड़ रुपये हो गई. इसके पिछले साल की समान अवधि में यह आय 3,360.17 करोड़ रुपये रही थी. चौथी तिमाही में कंपनी का कुल व्यय घटकर 2,526.91 करोड़ रुपये हो गया, जबकि उसके पिछले कारोबारी साल की चौथी तिमाही में यह 3,099.18 रहा था.
परिचालन आय करीब 24 फीसदी बढ़ी
जनवरी-मार्च 2021 के दौरान कंपनी की परिचालन आय करीब 24 फीसदी बढ़कर 3,608 करोड़ रुपये हो गई, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में यह 2,921 करोड़ रुपये रही थी. 2020-21 के पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी की कुल परिचालन आय 6 फीसदी बढ़कर 12,550 हो गई. वित्त वर्ष 2019-20 में यह आंकड़ा 11,873 करोड़ रुपये का था. कार्गो वॉल्यूम बढ़ने और बेहतर ऑपरेशनल एफीशिएंसी के चलते कंपनी के पोर्ट बिजनेस का EBITDA 2020-21 में 15 फीसदी बढ़कर 7,560 करोड़ पर जा पहुंचा, जबकि उसके पिछले कारोबारी साल में यह 6,593 करोड़ रुपये ही था.
रेलवे के साथ पार्टनरशिप को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है कंपनी
अडाणी पोर्ट्स के सीईओ करण अडाणी ने नतीजों का एलान करते हुए कहा कि 2020-21 का कारोबारी साल उनकी कंपनी के लिए नए विकास के शानदार मौके लेकर आया. इस दौरान कंपनी ने कई ऐसे फैसले किए, जो आने वाले दशकों में उसके विकास की नींव का काम करेंगे. करण अडाणी ने कहा कि मुंद्रा पोर्ट इसी साल देश का सबसे बड़ा बंदरगाह बन गया. कंपनी ने इस साल के दौरान कृष्णापटनम पोर्ट, गंगावरम पोर्ट, दिघी पोर्ट और सरगुजा रेल लाइन का अधिग्रहण भी किया. इसके साथ ही अब कंपनी के देश में कुल 13 बंदरगाह हो गए हैं.
उन्होंने कहा कि सरगुजा रेल के अधिग्रहण और कई और रेलवे ट्रैक्स के पुनर्गठन के साथ ही कंपनी अब इंडियन रेलवे के साथ पार्टनरशिप को आगे बढ़ाने के लिए तैयार है. साथ ही कंपनी अब देश की कई रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण रेलवे लाइनों में पीपीपी मॉडल के तहत निवेश भी करेगी.