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मार्च में अडानी पोर्ट्स के कुल मिलाकर 2000 करोड़ रुपये के कमर्शियल पेपर मेच्योर होने वाले हैं. (Photo Courtesy: Adaniports.com)
Adani Ports and Special Economic Zone to prepay 1000 crore rupees in commercial papers : अडानी समूह की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन (APSEZ) ने 1000 करोड़ रुपये के कर्ज का भुगतान वक्त से पहले करने का फैसला किया है. यह पूरी रकम उन कॉमर्शियल पेपर्स (CP) के एवज में अदा की जाएगी, जो मार्च में मेच्योर होने वाले हैं. रॉयटर्स के मुताबिक यह जानकारी कंपनी के प्रवक्ता ने ईमेल रिस्पॉन्स के जरिए दी है. प्रवक्ता ने यह भी बताया कि इस आंशिक प्री-पेमेंट के लिए फंड कंपनी के मौजूदा कैश बैलेंस और बिजनेस ऑपरेशन्स से हुई आय के जरिए जुटाए गए हैं. मार्च में अडानी पोर्ट्स के कुल मिलाकर 2000 करोड़ रुपये के कमर्शियल पेपर मेच्योर होने वाले हैं.
अडानी ग्रुप में अब कोई एक्सपोजर नहीं : SBI MF
अडानी पोर्ट्स ने हाल ही में एसबीआई म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund) को 1000 करोड़ रुपये का भुगतान सही वक्त पर किया है. इसके अलावा कंपनी ने आदित्य बिरला सनलाइफ म्यूचुअल फंड (Aditya Birla Sun Life Mutual Fund) को भी 500 करोड़ रुपये का भुगतान वक्त पर किया है. दोनों ही कंपनियों को ये भुगतान सोमवार को मेच्योर होने वाले कमर्शियल पेपर के एवज में किए गए हैं. रॉयटर्स के मुताबिक SBI MF के प्रवक्ता ने अडानी पोर्ट्स से भुगतान मिलने की पुष्टि करते हुए बताया कि कंपनी का अब अडानी ग्रुप में कोई एक्सपोज़र नहीं रह गया है. आदित्य बिरला सनलाइफ म्यूचुअल फंड के एमडी और चीफ एग्जीक्यूटिव ए बालासुब्रमण्यन ने भी ईमेल पर अडानी पोर्ट्स से भुगतान मिलने की बात कन्फर्म कर दी है.
मार्च में मेच्योर होंगे 2000 करोड़ के कमर्शियल पेपर
डेटा सर्विस प्रोवाइडर प्राइम डेटाबेस (Prime Database) के मुताबिक मार्च में अडानी पोर्ट्स के कुल 2000 करोड़ रुपये के कमर्शियल पेपर मेच्योर होने वाले हैं. ताजा तिमाही रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के पास 31 दिसंबर 2022 को कैश या कैश जैसे एसेट्स के रूप में 6257 करोड़ रुपये मौजूद थे. इस महीने की शुरुआत में अडानी पोर्ट्स के मैनेजमेंट ने मीडिया को बताया था कि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कंपनी 5000 करोड़ रुपये के लोन का भुगतान करने पर विचार कर रही है. उस वक्त कंपनी ने यह भी कहा था कि इतना लोन चुका देने के बाद उसका नेट डेट टू एबिटा (net debt to EBITDA) रेशियो घटकर 2.5 हो जाएगा, जो अभी 3 है. अडानी पोर्ट्स के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर डी मुथुकुमारन ने 7 फरवरी को कहा था कि कंपनी पर्याप्त कैश जेनरेट कर रही है, जिसे ग्रोथ के लिहाज से कैपिटल एक्सपेंडीचर (CAPEX) की जरूरत पूरी करने के बाद कर्जों के भुगतान के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.